विद्यापीठ कर्मचारियों की मांगें अधिवेशन में उपस्थित करेंगे : डॉ. अनिल बोंडे
विद्यापीठ प्रवेशद्वार के सामने कर्मचारियों की हड़ताल जारी
अमरावती/दि.23– विविध न्याय की मांग के लिए संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सभी कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर हैं. कल हड़ताल का पांचवें दिन होकर भी शासन ने दखल न लिए जाने से हड़ताल और तीव्र करने की चेतावनी संगठना के पदाधिकारियों ने दी है. विद्यापीठ मुख्य प्रवेशद्वार के सामने आंदोलन मंडप को पूर्व कृषि मंत्री डॉ.अनिल बोंडे, विद्याीपठ व्यवस्थापन परिषद सदस्य तथा विद्यापीठ शिक्षक मंच के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप खेडकर, व्यवस्थापन परिषद सदस्य डॉ. प्रफुल्ल गवई, नुटा संगठना के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी, प्रा. दिनेश सुर्यवंशी ने बुधवार को भेंट दी.
इस समय आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि विद्यापीठ कर्मचारियों के 796 पदों को 7 वां वेतन आयोग, आश्वासीत प्रगति योजना लागू करने, 58 महीने का बकाया देने, 5 दिनों का सप्ताह आदि सहित अन्य मांगों के लिए विरोधी पक्षनेता के माध्यम से विद्यापीठ व महाविद्यालयीन कर्मचारियों की मांगों का प्रश्न अधिवेशन में तुरंत उपस्थित किया जाएगा. अन्य शासन के विभागों को जो दिया है, वहीं देने बाबत विद्यापीठ व महाविद्यालयीन कर्मचारियों की मांग न्याय है. शासन स्तर की ये मांगें मंजूर करवाने के लिए विरोधी पक्ष की ओर से सर्वतोपरी प्रयास करने का आश्वासन उन्होंने इस समय दिया.
एक वर्ष से अधिक कालावधि होकर भी मांगें मंजूर नहीं हुई. जब तक मांगें मंजूर नहीं होगी, तब तक हड़ताल शुरु रखे, हड़ताल को नुटा संगछना का संपूर्ण समर्थन है. ऐसा विद्यापीठ शिक्षक मंच के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप खेडकर, डॉ. प्रफुल्ल गवई, नुटा संगठना के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने कहा.
भाजपा के पदाधिकारी, राज्यपाल नामित व्यवस्थापन परिषद के पूर्व सदस्य प्रा. दिनेश सुर्यवंशी ने भी इस समय भेंट दी व समर्थन दर्शाया. इस समय पिछड़ावर्गीय विद्यापीठ कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. नितिन कोली, ऑफीसर फोरम के अध्यक्ष डॉ. शशीकांत रोडे, सचिव डॉ. विलास नांदुरकर, विद्यापीठ कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष संजय ढाकुलकर, महासचिव विलास सातपुते, संगठना के सभी पदाधिकारी व सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
* विद्यापीठ का प्रशासकीय कामकाज ठप
विद्यापीठ कर्मचारियों द्वारा गत पांच दिनों से पुकारे गए बेमियादी आंदोलन के कारण विद्यापीठ का कामकाज ठप हुआ है. इसकी दखल शासन द्वारा ली जाये व कर्मचारियों की मांगें पूरी करें, ऐसा आवाहन महाराष्ट्र विद्यापीठ महासंघ के तथा विद्यापीठ व महाविद्यालय सेवक संयुक्त कृति समिति के अध्यक्ष अजय देशमुख ने की है.