अमरावती/दि. 30 – संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय में स्थापित कोविड प्रयोगशाला जिलावासियों के लिए वरदान साबित हुई है.इस प्रयोगशाला में अब तक लगभग 64 हजार नमूनों की जांच की गई है. प्रतिदिन दो बैच में एक हजार से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है. इस तत्काल सेवा से मरीजों का उपचार करना संभव हुआ है. उसी प्रकार नागरिको के मन में कोरोना को लेकर भय रिपोर्ट के बाद कम होकर सतर्कता व जागरूकता बढ़ी है.
अन्य जिले के भी सैंपल जांचे
उप कुलपति डॉ.मुरलीधर चांदेकर की पहल पर जिला प्रशासन यह लैब विवि परिसर में तत्काल शुरू कर सका. इस लैब का काम 4 मई से अवतरित शुरू है. लैब में 3 आरटीपीसीआर मशीन,1 ऑटोमेटेड आरएनए एक्ट्रेक्शन मशीन व बीएस-2 लेमिनार कार्यरत है. लैब में अमरावती जिले के साथ बुलढाणा के भी नमूने जांच गये.
प्रशिक्षण भी कराया मुहैया
इस लैब में चंद्रपुर व नागपुर विश्वविद्यालय के टेक्नीशियन को भी प्रशिक्षण दिया गया. कोरोना के मददेनजर सामाजिक सुरक्षा महत्व की है. उच्च शिक्षा देने के साथ विवि ने इसे भी महत्व दिया है. लैब में बायोटेक्नॉलॉजी विभाग के डॉ. प्रशांत ठाकरे नोडल ऑफिसर है, जबकि सूक्ष्म जीवशास्त्र विभाग के डॉ.नीरज घनवटे तकनीकी अधिकारी ,वनस्पति शास्त्र विभाग के डॉ. प्रशांत गावंडे, प्रशासकीय अधिकारी के रूप में कार्यरत है.इसके अलावा बतौर पॅथॉलॉजिस्ट डॉ. मुकेश बारंगे कार्यरत है. डॉ. सुधीर शेंडे,अक्षय शिंदे,नीलू सोनी, प्रज्ञा साउरकर,पूजा मांडविया, योगेश बेले, अश्विनी देशमुख, अमृता कासुलकर, शिवम खंडारे, रेश्मा धर्माले, राधिका लोखंडे, मयूरी गहरवाल, शुभदा माहुरे, अर्पणा जाधव, विभूति पटेल, निकिता पेठे, श्रृतिका उमाड़, प्रसाद चांभारे, गोपाल मापारी, सचिन अक्वार के तकनीकी सहयोग से लैब का कामकाज सुचारू शुरू है. लैब में डाटा एन्ट्री ऑपरेटर प्रवीण नेवारे, निकिता धर्माले,सागर भटकर,अक्षय शिंदे, नीलू सोनी, प्रज्ञा साऊरकर,पूजा मांडविया, योगेश बेले, अश्विनी देशमुख,अमृता कासुलकर, शिवम खंडारे, रेश्मा धर्माले, राधिका लोंखडे, मयूरी गहरवाल, शुभदा माहुरे, अर्पणा जाधव, विभिूति पटेल,निकिता पेठे, श्रृतिका उमाड़, प्रसाद चांभारे, गोपाल मापारी, सचिन अवतार के तकनीकी सहयोग से लैब का कामकाज सुचारू रूप से शुरू है. लैब में डाटा एन्ट्री ऑपरेटर प्रवीण नेवारे, निकिता धर्माले,सागर भटकर, अक्षय चांभारे, गौरव रांगेे,निलेश सरदार,प्रणव देशमुख, कुंदन खंडारे,प्रसाद पुर्वे भी कार्यरत है.
अन्य जिलों के भी सैंपल जांचे
उप कुलपति डॉ.मुरलीधर चांदेकर की पहल पर जिला प्रशासन यह लैब विवि परिसर में तत्काल शुरू कर सका. इस लैब का काम 4 मई से निरंतर शुरू है. लैब में 3 आरटीपीसीआर मशीन, 1 ऑटोमेटेड आरएनए एक्ट्रैक्शन मशीन व 5 बीएस-2 लेमिनार कार्यरत है. लैब में अमरावती जिले के साथ बुलढाणा व वाशिम जिले के भी नमूने जांचे गये.