अमरावती

विद्यापीठ की शीतकालीन परीक्षाएं आगे टलेंगी!

कर्मचारियों के काम बंद आंदोलन का परिणाम

अमरावती/दि.20- आगामी जनवरी माह में होनेवाली संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की शीतकालीन परीक्षाओं के आगे टलने की पूरी संभावना है. क्योंकि इस समय विद्यापीठीय व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन काम बंद आंदोलन शुरू किया गया है. जिसके चलते परीक्षा विभाग के समक्ष परीक्षाएं लेने को लेकर काफी समस्याएं पैदा हो गई है.
ज्ञात रहे कि, विगत दिनों ही विद्यापीठ ने शीतकालीन परीक्षाओं का टाईम टेबल जारी किया है. जिसके मुताबिक अगले माह 3 जनवरी से अभियांत्रिकी व फार्मसी तथा 17 जनवरी से कला, वाणिज्य व विज्ञान शाखा की परीक्षाएं शुरू होना प्रस्तावित है. जिसके अनुसार परीक्षा व मूल्यांकन मंडल द्वारा तमाम आवश्यक नियोजन किये गये. किंतु इसी दौरान विद्यापीठीय व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने राज्य सरकार केे पास प्रलंबीत रहनेवाली अपनी विभिन्न मांगों की पूर्तता हेतु अनिश्चितकालीन काम बंद आंदोलन शुरू कर दिया है. जिसमें विद्यापीठ के सभी कर्मचारी हिस्सा ले रहे है. ऐसे में परीक्षा संबंधी काम कैसे किये जाये, यह गंभीर मसला विद्यापीठ प्रशासन के सामने उपस्थित हुआ है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यह हडताल राज्यव्यापी है. ऐसे में राज्य के सभी विद्यापीठों में शीतकालीन परीक्षाओं का नियोजन गडबडाना तय है. अत: यदि आगामी सप्ताह तक राज्य सरकार द्वारा इस हडताल को खत्म करने हेतु कोई समाधान नहीं निकाला गया, तो अमरावती विद्यापीठ के परीक्षा विभाग को मजबूरन शीतकालीन परीक्षाएं स्थगित करने का निर्णय लेना पडेगा. इस संदर्भ में परीक्षा विभाग का कहना है कि, परीक्षा से संबंधित काम पूरी तरह से ठेका नियुक्त कर्मचारियों पर नहीं सौंपे जा सकते.

* कोविड के चलते पहले ही काफी नुकसान
मार्च 2020 से कोविड वायरस के संक्रमण का दौर शुरू हुआ. जिसकी वजह से शिक्षा व्यवस्था का काफी बडा नुकसान हुआ है. अब जैसे-तैसे महाविद्यालयों में ऑफलाईन पढाई की शुरूआत हुई. साथ ही शीतकालीन परीक्षा को लेकर नियोजन करना शुरू किया गया. किंतु इसी दौरान विद्यापीठ व महाविद्यालयों के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की हडताल शुरू हो गई. जिसका सीधा परिणाम परीक्षा पर पडना तय है. क्योंकि परीक्षा संबंधी कामों में कर्मचारियों की भुमिका बेहद महत्वपूर्ण रहती है.

यदि आगामी दो-तीन दिनों में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हडताल को लेकर कोई समाधान नहीं निकलता है, तो परीक्षा निश्चित तौर पर स्थगित करनी पडेगी. क्योेंकि कर्मचारियों के बिना परीक्षा का नियोजन करना बेहद मुश्किल है. इस हडताल का विद्यापीठ और महाविद्यालयों के कामकाज पर भी परिणाम हो रहा है.
– प्रा. डॉ. हेमंत देशमुख
संचालक, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल
संगाबा अमरावती विद्यापीठ

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