4 तहसीलों में बेमौसम बारिश और आंधी का कहर

वरूड, चांदुर, धारणी, अंजनगांव में काफी क्षति

* उडी टीन की छतें, उखडे पेड, मरे मवेशी और टूटे वाहन
* प्रशासन ने शुरू किए पंचनामे
* सैकडों एकड खेतीबाडी का भी नुकसान
अमरावती / दि. 19– रविवार को मेलघाट के धारणी सहित जिले की चार तहसीलों में बेमौसम बरसात तथा आंधी तूफान ने बडा कहर बरपाया. काफी खेतीबाडी का नुकसान हुआ तो कई स्थानों पर पेड उखड गये. शाला, घरों की छतें उड गई. काफी मवेशी मारे गये. वाहनों को भी नुकसान पहुंचा. ऐसे में सोमवार से जिला प्रशासन ने वरूड, धारणी, अंजनगांव और चांदुर रेलवे में हुए नुकसान का आकलन करते हुए पंचनामा प्रारंभ कर दिया है. तहसीलदार के निर्देशों पर पटवारी और ग्रामसेवक काम से लगे हैं. राज्य शासन से प्रभावितों को सहायता देने की गुहार नेता, राजनेता लगा रहे हैं.
बिजली गिरने से 9 पालतू पशु मृत
रविवार की गरज चमक के साथ बेमौसम बारिश ने काफी नुकसान किया. वही बिजली गिरने से 9 मवेशी चल बसें. धारणी के सुसर्दा में पशुओं का नुकसान अधिक हुआ. चांदुर रेलवे में पेड गिरने से दो वाहनों और दुकान की छत का नुकसान हुआ.
वरूड में तूफानी बारिश
रविवार शाम 5 बजे वरूड और परिसर में एकाएक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ तूफानी बरसात अचानक शुरू हो गई. ओम मोटर्स पर नीम का बडा पेड गिर गया. जिससे मेकेनिक तो जान बचाकर भागे. किंतु कार का काफी नुकसान हो गया. तीन कारें झाड के नीचे दब जाने से 7-8 लाख की क्षति का अंदाज बताया जा रहा है. ऐसे ही पास के प्रवासी स्टॉप पर 10-15 लोग बारिश से बचने खडे थे. वहां भी नींबू शरबत की गाडी पर पेड गिरा. यहां वहां भागकर लोगों ने जान बचाई.
संतरे का नुकसान, शहर अंधेरे में
वरूड अपने रसीले संतरो के लिए प्रसिध्द है. मृग बहार का संतरा आने ही वाला था कि बेमौसम बरसात शुरू हो गई. तेज हवाओं की वजह से तिवसा घाट, झटामझिरी, टेंभूरखेडा, गव्हाणकुंड में संतरे के बगीचों का नुकसान हुआ है. ऐसे की घरों को भी क्षति पहुंची है. बिजली तारों के टूटने की वजह से वरूड शहर का बडा भूभाग में रविवार रात अंधियारा हो गया था.
धारणी में काफी नुकसान
धारणी तहसील में भी लगभग इसी समय तेज हवाओं के साथ आंधी तूफान शुरू होने से सुसर्दा में 5 मवेशी मारे गये. उसी प्रकार श्यामरती कासदेकर यह 16 वर्षीय युवती घायल हो गई. धारणी में भी पेड उखडकर बिजली तारों पर गिरने से कई गांवों की बत्ती गुल हो गई. पोल भी ढह गये. हरिसाल की 11 केवी, दूनी की 11 केवी, पाटिया, ढाकरमल, कुटांगा आदि मिश्र फीडर की बत्ती गुल हो गई थी.
25 एकड केला नष्ट
पद्मश्री रवीन्द्र कोल्हे के कोलुपर तथा बोड ग्रामों में लगभग 25 एकड केले की खेती तबाह हो गई. उधर तहसीलदार प्रदीप शेवाले ने पटवारियों को नुकसान का अवलोकन करने के निर्देश दिए है. आम, केला, खरबूज, तरबूज सभी प्रकार की खेती प्रभावित हुई है. लाखों रूपए का संतरा बरबाद हो जाने का दावा किया जा रहा है.
बैलगाडी पर गिरी बिजली
अंजनगांव तहसील में 3-4 दिनों से बारीश का मौसम दिखाई पड रहा था. रविवार को बेमौसम बारिश के साथ ही डोंगरगांव में भास्कर ताकोते के खेत में बैलजोडी पर वज्रपात हो गया. अमोल वानखडे (चिंचोना) की बैलजोडी गतप्राण हो गई. उसी प्रकार नीमखेड बाजार, डोंगरगांव, चिंचोना में नाना महानर, सुनील गिर्‍हे, सुभाष थोरात, आकाश गिर्‍हे, रवि वानखडे, सुजीत वानखडे आदि अनेक किसानों के केले के बगीचे क्षतिग्रस्त हो जाने का समाचार है. वहां भी नुकसान का जायजा लेने पंचनामे शुरू कर दिए गये. सांसद बलवंत वानखडे भी रात में ही कुछ जगह पहुंचे थे.
चांदुर रेलवे में गिरे पेड
चांदुर रेलवे में भी बेमौसम बरसात व आंधी तूफान ने काफी नुकसान किया. शहर के मुख्य मार्केट पर स्टेट बैंक मोड पर खाबिया के घर के सामने विशाल पुराना पीपल का पेडे धराशाही हो गया. शनिवार देर रात की यह घटना है. जिसमें सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई. किंतु दो वाहनों और दुकानों के छेड का काफी नुकसान हुआ. जेसीबी लाकर पेड हटाना पडा. नालियां भी चोकअप हो गई थी. महावितरण कर्मचारियों ने क्षेत्र की खंडित बिजली आपूर्ति देर रात में तत्परता से कार्य कर सुचारू की. ऐसे ही चांदुर रेलवे पालिका के कर्मचारी जीतू करसे और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सडक में बाधा बन रहे पेड के तने को काटकर अलग किया. मार्ग सुचारू किया. हुए नुकसान का जायजा लिया रहा है.
दाभा में टूटे तारों का कहर
बडनेरा थाना अंतर्गत यवतमाल रोड के दाभा शिवार में तूफान व हवाओं के कारण बिजली के तार शेख मंसूरी के खेत में गिर गये. जिनकी चपेट में आकर भैंस और बैल मारे गये. 1 लाख 60 हजार का नुकसान हो जाने का अंदाजा है. पशुमालक मोहम्मद जुनेर है. रविवार दोपहर चराई के लिए भैंस और बैल खेत में गये थे. तब हादसा हुआ.

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