अमरावती/दि.10 – कोरोना महामारी के बढते प्रकोप के साथ ही मौसम भी दुश्मन बनते जा रहा है. जिले में हो रही बेमौसम बारिश ने फसलों को तबाह कर किसानों पर कुठाराघात किया है. राज्य में मौसम विभाग ने और आग तीन दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी है. जिले में हजारा हेक्टेअर तुअर, गेहू, चना व संतरे की फसल बर्बाद होकर किसानों पर फिर से संकट गहराने लगा है. प्रशासन व्दारा फसलों के नुकसान का सर्वे शुरु किया है, लेकिन अब तक हुए नुकसान का आंकडा सामने आया है.
बीते शनिवार की रात शहर समेत जिलेभर में जमकर झमाझम बारिश हुई. शनिवार की दोपहर करीब 3 बजे से ग्रामीण क्षेत्र में बारिश की शुरुआत हुई. जबकि अमरावती शहर में शाम 6 बजे बारिश ने जोरदार दस्तक दी. रात में जमकर मुसलाधार बारिश हुई. शनिवार की सुबह से ही आसमान में घनघोर बादल मंडराते नजर आये. कही धूप कही छाव की स्थिति नजर आ रही थी. लोग ठंड के कारण धूप का आनंद लेने का प्रयास कर रहे थे, मगर कोई खास लाभ नहीं मिल पाया. कोरोना महामारी की खौप के वजह से जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकल रहे है. शेष असर मोैसम ने पूरी कर दी. ठंड के मौसम लोगों को बारिश की मौसम की तरह लोगों को छत्रियां लेकर बाहर निकलना पडा.
बारिश के साथ ओलावृष्टी
इस दौरान मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक बेमौसम बारिश व घनघोर बादलों के साथ ओलावृष्टि की संभावना भी व्यक्त की है. किसानों को इस दौरान काफी सावधानी बरतने का आह्वान किया गया हैं. रविवार को अमरातवी, वर्धा, नागपुर, भंडारा जिले में आँरेज अलर्ट जारी किये गए है. जबकि परभणी, हिंगोली, नांदेड, गोंदिया जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. सोमवार और मंगलवार को बारिश का दबाव कम होने का अनुमान जताया गया है. फिलहाल उत्तर भारत में पश्चिमी हवाओं का विक्षोभ शुरु है. अरबी समुंदर में बडे पैमाने पर आर्दता निर्माण हुई है. आगामी 4 से 5 दिन तक यही स्थिति कायम रहने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया है.
ठिठुरन वाली ठंडी
अब शहर में भी बारिश की वजह से ठिठुरन वाली ठंड की तीव्रता बढ गई है. कल रविवार की सुबह से ही ठंड का अनुभव किया जा रहा है. इतना ही नहीं तो इससे बचने के लिए आग के अलावा का सहारा लेते हुए लोग दिखाई दें रहे हैैं. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में शीत लहर की तीव्रता और अधिक बढ गई है. मौसम का अचानक बदलता मिजाज जनता के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनते जा रहा है.