अमरावती

विदर्भ में बेमौसम बरिश का कहर, संभाग में 33.5 मिमी बारिश

बुलढाणा में भारी अतिवृष्टि, वाशिम में एक की मौत

* अकोला, बुलढाणा और वाशिम में 179 भेड और 6 बैलों की मृत्यु
अमरावती/दि. 28– विदर्भ में रविवार की रात और सोमवार को सुबह हुई बेमौसम बारिश ने अनेक जिलों में तबाही मचाई है. बुलढाणा और वाशिम जिले में अतिवृष्टि हुई. अकोला, अमरावती, यवतमाल, चंद्रपुर, वर्धा, गढचिरोली में भी भारी बारिश हुई. वाशिम के एक व्यक्ति की इस बेमौसम बारिश के कारण मृत्यु हो गई. अमरावती संभाग के 34 हजार 413 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा है. 53 मकानों को क्षति पहुंची है तथा 179 भेड और 6 बैलों की मृत्यु हुई है. बारिश के कारण कपास, तुअर, फलों की फसलें, ज्वारी और सब्जी का भारी नुकसान हुआ है. जबकि गेहूं और चना की फसलों को इस बेमौसम बारिश का लाभ होने वाला है. बुलढाणा में 54.5 मिमी, वाशिम में 50.5 मिमी, अकोला में 32.6 मिमी, यवतमाल में 27.2 और अमरावती जिले में 13.8 मिमी इस तरह संभाग के पांचों जिलों में कुल 33.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है.

* अमरावती में तुअर और कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढी
रविवार रात से जिले के ग्रामीण इलाकों में बेमौसम बारिश शुरु हो गई है. इस कारण रबी सत्र की फसलों के लिए भले ही फायदेमंद वातावरण निर्माण होता रहा तो भी खरीफ सत्र के तुअर और कपास उत्पादक किसानों की चिंता बढ गई है. बारिश के कारण तुअर की फसल पर इल्ली का प्रादुर्भाव होने की अधिक संभावना है. इसके अलावा अनेक किसानों ने अभी तक कपास की चुनाई नहीं की है. कुछ किसानों ने कपास की चुनाई कर खेत की झोपडी मेंं ढेर लगाकर रखे हैं. इस कारण ऐसे किसानों को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है. खेत में चुनाई के लिए रहा कपास बेमौसम बारिश के कारण गीला होने से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. अमरावती कृषि उपज मंडी पिछले दो दिनों से बंद थी. रविवार अवकाश का दिन और सोमवार को गुुरुनानक जयंती रहने के कारण अवकाश था. मंगलवार 28 नवंबर को मंडी शुरु होना था लेकिन भारी वर्षा के कारण मंडी प्रशासन ने किसानों का हित देखते हुए मंडी बंद रखी है. बेमौसम बारिश के कारण हुए नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का जायजा कर तत्काल पंचनामे कर मुआवजा देने की मांग विधायक एड. यशोमति ठाकुर ने की है.

* पांच घंटे में 14 मिमी बारिश
अमरावती जिले की 14 तहसीलों में रविवार और सोमवार को 14 मिमी बारिश दर्ज हुई है. इनमें धारणी तहसील में 10.4, चिखलदरा 8.5 मिमी, अमरावती 15, भातकुली 16.6, नांदगांव खंडेश्वर तहसील में सर्वाधिक 23.9 मिमी, चांदूर रेलवे में 18.1, तिवसा 9.3, मोर्शी 7.5, वरुड 3.8, दर्यापुर 20.2, अंजनगांव सुर्जी 17., अचलपुर 18.4, चांदूर बाजार 10.8, धामणगांव रेलवे तहसील में 14.1 मिमी बारिश दर्ज हुई है.

* तुअर के लिए बारिश लाभदायक
जिले में किसी भी स्थान पर बारिश के कारण नुकसान नहीं है साथ ही इस बारिश के कारण चुनाई के लिए आया कपास कुछ खेतों में गीला हुआ है. लेकिन तुअर के लिए यह बारिश पोषक साबित होगी. गेहूं औ चने की फसल को भी लाभ होगा.
– राहुल सातपुते,
जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी

* पूरा दिन ठंडक, तापमान में 12 डिग्री गिरावट
सोमवार को सुबह 4 से 5 घंटे तक हुई बारिश के कारण अमरावती जिले में वातावरण में अचानक ठंडक आ गई. रविवार का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था. वहीं सोमवार को यह तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस था. एक दिन में तापमान में 12 सेल्सियस से गिरावट आई है. इस ठंडक के कारण सोमवार को पूरा दिन नागरिक गरम कपडों में बाजारों में दिखाई दिए.

* अचलपुर मंडी में कृषि माल को भारी नुकसान
जिले की अचलपुर कृषि उपज मंडी में किसानों के कृषि माल को भारी नुकसान पहुंचा है. करीबन 1 हजार बोरे इस बेमौसम बारिश के कारण गिले हो गए हैं. रविवार मध्यरात्रि के बाद यह बेमौसम बारिश शुरु हो गई. पश्चात सोमवार को पूरा दिन रिमझिम बारिश शुुरु रही. इस कारण अचलपुर कृषि उपज मंडी परिसर में रखा हजारों बोरे सोयाबीन गीला हो गया. इस मंडी में अनाज की सुरक्षा के लिए बडे टीन के शेड है. लेकिन मध्य प्रदेश का मका भारी मात्रा में आता रहने से आवक काफी बढी है. बेमौसम बारिश के कारण अब किसानों के कृषि माल को सुरक्षित रखने की समस्या बढ गई है.

* चार दिन और बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने मंगलवार 28, बुधवार 29, गुरुवार 30 नवंबर और शुक्रवार 1 दिसंबर तक बारिश रहने की संभावना दर्शायी है. इस कारण जिले के किसानों की चिंता बढ गई है. इस बारिश के कारण अनेक किसानों की चुनाई में देरी होने वाली है. आंबिया बहार लेने के लिए तैयारी में रहे संतरा उत्पादक किसानों को इस बारिश के कारण देरी होने वाली है. इस कारण यह किसान भी चिंता में है.

* अकोला जिले में कपास, प्याज और फल फसलों को क्षति
रविवार की पूरी रात और सोमवार को हुई बेमौसम बारिश के कारण अकोला जिले में भारी नुकसान पहुंचा है. इस बारिश के कारण जिले के अधिकांश इलाकों में खेती की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. चना, तुअर, कपास, गेहूं, प्याज आदि फसलों को इस बेमौसम बारिश से भारी क्षति पहुंची है. नागपुर प्रादेशिक मौसम विभाग ने विदर्भ में आगामी दो दिनों तक अलर्ट जारी किया है. इस कारण किसानों पर भारी संकट आने की संभावना दर्शायी जा रही है. अकोला जिले के बालापुर तहसील में आनेवाले खरबी शिवार में 8 भेडों की मृत्यु हुई है.

* बुलढाणा में ओलावृष्टि से कृषि माल का नुकसान
बुलढाणा जिले के 29 राजस्व मंडल में बेमौसम बारिश ने कहर बरपाया है. अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के कारण मेहकर, लोणार, सिंदखेड राजा, देउलगांव राजा और खामगांव तहसील के अनेक इलाकों में कृषि माल को भारी नुकसान पहुंचा है. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण खामगांव तहसील में विविध स्थानों पर 66 भेडों की मृत्यु हो गई. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में 15 भेड-बकरियां और 5 बैलों की मृत्यु हुई है. इसमें शेगांव तहसील के टाकली ग्राम में 7 बकरियों की मृत्यु हुई है. लोणार तहसील के पिंपलनेर गांव के तेजराव सखाराम कूटे की घर की दीवार ढहने से भारी नुकसान हुआ है. अंबाशी में बैल की मृत्यु हुई. लोणार तहसील के अंभोरा तहसील के शिवार में गाज गिरने से बैल की मृत्यु हो गई. मेहकर तहसील के मोला ग्राम की यात्रा में व्यवसाय के लिए पहुंचे व्यापारियों का बेमौसम बारिश से भारी नुकसान पहुंचा. कुछ स्थानों पर दुकानों के छत उडने से पानी घुस गया. सांसद प्रतापराव जाधव और विधायक डॉ. राजेंद्र शिंगणे ने नुकसानग्रस्त इलाकों में पहुंचकर उसका जायजा किया.

* वर्धा जिले में भारी वर्षा
वर्धा जिले में पिछले दो दिनों से बदरीला मौसम है. कुछ स्थानों पर मामूली, मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई है. बारिश के कारण तुअर की फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना है. साथ ही कपास की फसल भी गीली होने से भारी क्षति होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. किसानों की तुअर फसल लहलहा रही है. लेकिन बेमौसम बारिश और बदरीले मौसम के कारण सर्वाधिक नुकसान तुअर की फसलों का हो सकता है. रोग के कारण किसानों के हाथ में आने वाली फसल को नुकसान होने का भय किसानों में है.

* चंद्रपुर में कहीं ज्यादा तो कहीं अधिक वर्षा
चंद्रपुर जिले में सोमवार को सुबह से सभी तरफ कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हुई. धान, कपास और तुअर की फसलों को इस बेमौसम बारिश ेसे भारी नुकसान पहुंचा है. चंद्रपुर शहर में सोमवार को सुबह 8 बजे से जोरदार बारिश शुरु हो गई. नागभीड, भद्रावती, वरोरा, चिमूर, गोंडपिपरी, कोरपना आदि तहसीलों में भारी वर्षा हुई. इस बारिश से खेती को भारी नुकसान पहुंचा है. एक तरफ कडी ठंड शुरु रहते बेमौसम बारिश के कारण वातावरण और ठंडा हो गया है. नुकसानग्रस्त क्षेत्रों के तत्काल पंचनामे कर किसानों को नुकसान भरपाई देने बाबत जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल को पत्र लिखा है.

* बदरीले मौसम ने बढाई चिंता
मौसम विभाग व्दारा व्यक्त किए गए अनुमान के मुताबिक भंडारा जिले में सोमवार से बदरीला मौसम हो गया था. कुछ स्थानों पर झमाझम बारिश हुई. बदरीले मौसम और बेमौसम बारिश के कारण जिले के किसानों की चिंता बढ गई है. जिले में धान की कटाई शुरु है. अनेक स्थानों पर बारिक धान की कटाई कर ढेर खेतों में लगा रखे हैं. जिले में भले ही जोरदार बारिश नहीं हुई फिर भी आगामी दो दिनों में तेज वर्षा की संभावना है, इस कारण किसान चिंताग्रस्त है.

* किन जिलों में कितना नुकसान
जिला क्षेत्र हेक्टेयर में
बुलढाणा   34 हजार
नाशिक    30 हजार
नगर       15 हजार
पुणे        3500
धुले        4600
नंदूरबार 2000

* सीएम के तत्काल पंचनामे के निर्देश
राज्य में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान के तत्काल पंचनामे करने के निर्देश सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को दिए हैं. शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ खडी है. जिन जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई वहां के जिलाधिकारियों को नुकसान का प्राथमिक अनुमान लेकर रिपोर्ट तत्काल सरकार को भेजने कहा गया है. पश्चात नुकसान भरपाई देने बाबात रात्य सरकार निर्णय लेगी, ऐसा भी उन्होंने कहा.

* गुजरात में 20 लोगों की मौत
गुजरात के अनेक इलाकों में बेमौसम बारिश हुई. राज्य के विविध इलाकों में गाज गिरने से 20 लोगों की मृत्यु हो गई. मृतकों में दाहोद में 4, भरुच में 3, तापी में 2 तथा अहमदाबाद, अमरेली, बनासकांठा, बोटाद, खेडा, महेसाणा, पंचमहल, साबरकांठा, सूरत, सुरेंद्र नगर और व्दारका में प्रत्येकी एक की मृत्यु हुई है.

* मराठवाडा और खानदेश में भी नुकसान
मराठवाडा में भी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई है. विभाग में रविवार की रात 40.4 मिमी बारिश दर्ज हुई. अतिवृष्टि के कारण 2140 गांव के फसलों को नुकसान पहुंचा है. खानदेश के जलगांव, धुले और नंदूरबार जिले के 28 राजस्व मंडल में अतिवृष्टि हुई. अहमदनगर जिले में भी भारी नुकसान पहुंचा है. मकानों को भी भारी क्षति पहुंची है.

Related Articles

Back to top button