* 4 डॉक्टर्स की गिरफ्तारी की मांग
* अस्पताल बना पुलिस छावनी
अमरावती/ दि. 9- भाउ साहब पंजाबराव देशमुख स्मारक अस्पताल व वैद्यकीय महाविद्यालय में आज सबेरे से दोपहर तक एक महिला मरीज की मृत्यु से गुस्साए लगभग 100 परिजनों ने भारी हंगामा किया. जिसके कारण अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस भी भारी बल लेकर वहां पहुंची. समाचार लिखे जाने तक हंगामा शुरू था. परिजनों ने डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप कर चार चिकित्सकों की गिरफ्तारी की मांग की. मृत महिला मरीज का नाम मनोरमा जगदीश कुणबीथोप (48, गोडेगांव, तह. नांदगांव खंडे. ) है.
* 1 मई को भर्ती हुई थी
परिजनों ने मीडिया को बताया कि मनोरमा को गत सप्ताह 1 मई को डिलेवरी के लिए पीडीएमएमसी में दाखिल किया गया था. उसने 5 मई को एक बच्ची को जन्म दिया. बच्ची को आयसीसीयू में रखा गया. परिजनों का आरोप है कि चार दिनों में एक बार भी नवजात को मां से नहीं मिलाया गया.
* 11 बोतल खून चढाया
परिजनों का आरोप है कि मनोरमा की तबियत प्रसूति के बाद लगातार गिरती रही. डॉक्टर्स के कहे अनुसार दो बार 4 और 7 ऐसे 11 यूनिट खून लाकर दिया गया. प्लाज्मा भी मनोरमा को चढाए जाने की जानकारी उसकी मामी ने मीडिया को दी. उनका यह भी आरोप है कि डॉक्टर्स ने ध्यान नहीं दिया. मनोरमा की हालत बिगडने पर भी परिजनो को नहीं बताया.
* अभी भी 3 यूनिट जमा है
मनोरमा को चढाने के लिए लाया गया 3 यूनिट खून अभी भी अस्पताल की ब्लड बैंक में जमा है. डॉक्टर्स ने ध्यान नहीं दिया. नवजात से भी नव प्रसूता को नहीं मिलाया गया. इसका कोई कारण नहीं बताया.
* आज तडके मृत्यु
मनोरमा कुणबीथोप की हालत बिगडती गई. आज तडके 4 बजे उसने सदा के लिए आंखे मूंद ली. वह कथित रूप से एक बार भी अपनी बच्ची का चेहरा नहीं देख पायी. मनोरमा की मृत्यु का समाचार सुनते ही उसके ससुराल और पीहर दोनों पक्ष के करीब 100 लोग वहां इकट्ठा हो गए. बखेडा करने लगे. डॉक्टर्स पर यह लोग हाथ उठाए उसके पहले अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को खबर कर दी. डीसीपी सागर पाटिल, एसीपी भवर, एसीपी प्रशांत राजे, क्यूआरटी पथक, अपराध शाखा के लोग मौके पर पहुंचे. गुस्साए कुणबीथोप परिजनों को शांत करने का प्रयत्न डीसीपी पाटिल ने किया.
* कानूनी कार्रवाई करेंगे
मनोरमा के पति जगदीश कुणबीथोप ने पीडीएमसी के चार चिकित्सकों पर अपनी पत्नी की तबियत को लेकर लापरवाही बरतने का इल्जाम लगाकर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी दर्शाई. उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि चिकित्सकों की लापरवाही दिखते ही उन पर उचित कार्रवाई अवश्य की जायेगी. फिलहाल तो मनोरमा का पार्थिव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी वे लोग कर रहे हैं.