अमरावती प्रतिनिधि/दि. २६ – पिछले करीब १२ वर्षों से शुरु जलापूर्ति योजना का काम आज भी अधूरा पडा है. पूरे जिलेभर में ऐसी स्थिति रहने से जलापूर्ति योजना में क्या अधिकारियों को खाने के लिए निधि डाली जाती है? ऐसा गंभीर आरोपी जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख (District Council President Bablu Deshmukh) ने जल व्यवस्थापन समिति की सभा में लगाया. जिला परिषद अध्यक्ष ने अधिकारियों पर आरोप लगाए, जिसकी जिला परिषद में दिनभर चर्चा जारी रही. इस वक्त वापसी की बारिश ने बडे पैमाने में खेती की फसलों को नुकसान किया है. संतरा, केले, सोयाबीन, कपास, उडद, मुंग आदि फसल नष्ट होने से हर तहसील में क्या स्थिति है, इसकी भी जानकारी जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख ने ली. कपास गिला होने के कारण चुनने की समस्या निर्माण हो गई है, इसलिए किसानों को सहायता मिले, इस तरह बर्ताव करने की सूचना दी.देशमुख ने सभा में बताया कि अचलपुर तहसील के बडेगांव में जलापूर्ति योजना का काम १२ वर्षों से शुरु रहने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो पाया है. उस समय पानी के टंकी का निर्माणकार्य किया गया, लेकिन पाइप लाइन न रहने से गांववासी योजना का लाभ नहीं ले पाये. खासबात यह है कि धामणगांव तहसील के तलेगांव दशासर में जलापूर्ति का काम वर्ष २०१२ से शुरु है. इसके बाद भी यह काम पूरा नहीं होने का मामला अनिता मेश्राम ने उठाया. ग्राम वासियों को अब तक लाभ नहीं दिये जाने का आरोप भी लगाया. अन्य सदस्यों ने भी अपने सर्कल के जलापूर्ति योजना से जुडी समस्या को उठाया. जिससे सभागृह में जमकर हंगामा मचा.