अमरावती

इर्विन में शिवसैनिकों का हंगामा

जिला शल्यचिकित्सक के कक्ष में ठिय्या आंदोलन

डॉक्टर की लापरवाही से महिला मरीज की मौत का आरोप
कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर आंदोलन रोका
अमरावती-/ दि.1  सडक दुर्घटना में घायल महिला को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के बाद महिला की मौत हो गई. उसका स्वास्थ्य ठिक रहने के बाद भी डॉक्टर की लापरवाही के कारण ही महिला की मौत हुई है, ऐसा आरोप लगाते हुए शिवसैनिकों के साथ रिश्तेदारों ने कल शुक्रवार की रात जिला शल्यचिकित्सक के कक्ष में ठिय्या आंदोलन किया. लापरवाही करने वाले डॉक्टर के खिलाफ जबतक कार्रवाई नहीं की जाती तब तक कक्ष नहीं छोडेंगे ऐसी भूमिका अपनाने से कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति निर्माण हुई थी. पुलिस को भी बुलाया गया, आखिर सीएस सौंदले ने कार्रवाई का आश्वासन दिया. तब जाकर आंदोलन पीछे लिया गया, मगर कार्रवाई होने तक लाश नहीं ले जाने की भूमिका रिश्तेदारों ने अपनाई.
कल्पना गंगाधर मेशकर (ब्राह्मणवाडा थडी, तहसील चांदूर बाजार) यह मरने वाली महिला का नाम है. ऑटो रिक्शा की दुर्घटना में महिला के हाथ और पैर में चोट लगी थी. उन्हें रविवार की सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. इलाज शुरु था, स्वास्थ्य ठिक था, परंतु महिला के हिप ज्वाईंट का ऑपरेशन करना पडेगा, ऐसा डॉक्टरों ने बताया. इसके लिए शुक्रवार की सुबह के समय डॉक्टरों ने तय किया. अस्पताल के इस वार्ड के इंचार्ज डॉ. दिनेश खराटे व डॉ. फसाटे थे. ऑपरेशन के लिए ले जाने से पहले महिला सभी से बात कर रही थी. सुबह 11 बजे ऑपरेशन के लिए ले जाने के बाद दोपहर 12 बजे डॉक्टर बाहर आये और महिला के पति गंगाधर मेशकर को बताया कि, मरीज की हालत क्रिटीकल है. उसके बाद तत्काल 10 से 15 डॉक्टर आये, भागदौड शुरु हुई, दोपहर दो से 2.30 बजे के बीच ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत हो गई.

शिवसैनिक जा धमके अस्पताल
डॉक्टर की लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई, ऐसा आरोप रिश्तेदारों ने लगाया और फिर जमकर हंगामा शुरु हुआ था. इसकी जानकारी मिलते ही शिवसेना के जिला प्रमुख श्याम देशमुख, पूर्व पार्षद प्रवीण हरमकर, आशिष धर्माले, दिलीप ठाकरे, अमोल तसरे, कार्तिक गजभिये, इसी तहर चर्मकार महासंघ के निलेश जामठे इर्विन अस्पताल पहुंचे. रिश्तेदारों ने डॉक्टरों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर जिला शल्यचिकित्सक के कक्ष में शुक्रवार की रात करीब डेढ घंटे ठिय्या आंदोलन किया. कार्रवाई किये बगैर यहां से नहीं हिलेंगे और लाश भी नहीं स्वीकारेंगे, ऐसी भूमिका शिवसैनिक व मृत महिला के रिश्तेदारों ने अपनाई.

जांच समिति गठित
कल्पना मेशकर की ऑपरेशन के दौरान भगदड मचने के बाद आईसीयू में मौत हुई, इस मामले में पांच डॉक्टरों की जांच समिति गठित की गई. इस समिति को तत्काल जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश जिला शल्यचिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले ने दिये. इस समिति ने अतिरिक्त जिला शल्यचिकित्सक डॉ. प्रमोद निरवणे, बेहोशीक्रम तज्ञ डॉ. नेमाडे, डॉ. हुमणे, डॉ. पाटील, डॉ. सोलंके का सामवेश किया गया है.

कार्रवाई के आश्वासन के बाद आंदोलन पीछे
कल्पना मेशकर की मौत के मामले में जांच के बाद संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, ऐसा आश्वासन जिला शल्यचिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले ने दिया. इसके बाद शिवसैनिकों ने अपना ठिय्या आंदोलन पीछे लिया, परंतु कार्रवाई होने तक लाश नहीं उठाने के फैसले पर अडिग रहे.

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