डफरीन में नवप्रसूता की मौत से हंगामा
परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया प्रसूति में लापरवाही का आरोप
अमरावती /दि.26- स्थानीय जिला स्त्री अस्पताल में आज उस समय हंगामा मच गया, जब प्रसूति हेतु भर्ती कराई गई 25 वर्षीय गर्भवती महिला की एक बच्चे को जन्म देने के बाद मौत हो गई. जिसके बाद नवप्रसूता के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया. जिसकी जानकारी मिलते ही गाडगे नगर पुलिस का दल तुरंत मौके पर पहुंचा और संतप्त परिजनों को समझा बुझाकर शांत करते हुए उक्त नवप्रसूता महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला शवागार भिजवाया गया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक लालखडी परिसर निवासी 25 वर्षीय फरिदा अंजुम रईस अहमद को दूसरी बार गर्भवती रहने के चलते गत रोज प्रसूति हेतु जिला स्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया. फरिदा अंजुम की पहली प्रसूति सिजेरियन के जरिए हुई थी और उसे 5 वर्ष का बेटा है. ऐसे में फरिदा अंजुम के दूसरी बार गर्भवती होने पर डॉक्टरों ने उसकी दूसरी प्रसूति भी सिजेरियन के जरिए ही होने का अनुमान जताया था. जिसके चलते गत रोज जिला स्त्री अस्पताल में प्रसूति हेतु भर्ती फरिदा अंजुम की आज सुबह सिजेरियन के जरिए प्रसूति कराने का निर्णय लिया गया और आज सुबह फरिदा अंजुम खुद अपने पैरों पर चलकर लेबर रुम में गई. जहां से कुछ देर बाद बाहर निकले डॉक्टर ने बताया कि, फरिदा अंजुम की डिलेवरी तो सफलतापूर्वक हो गई और उसने एक प्यारे से बच्चे को जन्म दिया है. लेकिन डिलेवरी के दौरान हार्ट अटैक आ जाने की वजह से फरिदा अंजुम की मौत हो गई. एक खुशखबर के साथ दूसरी बुरी खबर मिलते ही फरिदा अंजुम के परिजनों ने अस्पताल में यह कहते हुए हंगामा मचाना शुरु कर दिया कि, डिलेवरी हेतु खुद अपने पैरों पर चलकर जाने वाली फरिदा अंजुम की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है. अत: मामले की जांच करते हुए फरिदा अंजुम की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. इस हंगामें की जानकारी मिलते ही गाडगे नगर पुलिस का दल तुरंत डफरीन अस्पताल में पहुंचा और पुलिस वालों ने फरिदा अंजुम के संतप्त परिजनों को समझा-बुझाकर शांत करने के साथ ही फरिदा अंजुम के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम हेतु जिला शवागार भिजवाया.
* राकांपा नेता संजय खोडके ने की संतप्त परिजनों से भेंट
इस घटना की जानकारी मिलते ही राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके तुरंत ही जिला स्त्री अस्पताल व जिला शवागार पहुंचे. जहां पर उन्होंने फरिदा अंजुम के संतप्त परिजनों से भेंट करते हुए उनका धाडस बंधाया. साथ ही उन्हें समझा-बुझाकर शांत भी किया. इस समय राकांपा नेता संजय खोडके ने गाडगे नगर पुलिस को मामले में आवश्यक जांच करते हुए उचित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये.