यूरिया का मामूली और डीएपी का शत फीसद भंडार मुक्त
कालाबाजारी रोकने कृषि विभाग की तरफ से नियोजन
अमरावती/दि.3- बारिश रुकने के बाद खेतों की मशागत में तेजी आई है. अब किसानों की तरफ से खाद की मांग बढी है. अनेक स्थानों पर किल्लत रहने की चर्चा है. फिर भी कृषि विभाग की तरफ से खाद का भरपूर स्टॉक उपलब्ध करने के प्रयास जारी है. जिला कृषि कार्यालय की तरफ से संरक्षित भंडार के यूरिया व बीएपी का 1017 मेट्रीक टन भंडार मुक्त किया गया है. विशेषत: मेलघाट की दो तहसीलों में जारी किल्लत का हल निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.
जिला परिषद के कृषि विभाग ने खरीफ सत्र के लिए 1 लाख 60 हजार मेट्रिक टन खाद की मांग दर्ज की थी. इसके मुताबिक 1 लाख 14 हजार 310 मेट्रिक टन आवंटन मंजूर किया गया. 20 अप्रैल तक 11 हजार 937 टन स्टॉक उपलब्ध हुआ. पिछले सत्र के शेष माल को मिलाकर जिले में 45 हजार 47 टन माल उपलब्ध था. खरीफ सत्र में 2023 के लिए 1010 मेट्रिक टन यूरिया और 1080 मेट्रिक टन डीएपी का स्टॉक संरक्षित किया है. इसमें से धारणी और चिखलदरा तहसील के लिए कुछ स्टॉक मुक्त किया गया था. इसी तरह सभी तहसीलों के लिए 393 टन माल मुक्त किया गया था. पश्चात शेष रहे 687 टन यूरिया के संरक्षित स्टॉक से अब 343 टन और डीएपी के संपूर्ण 674 टन स्टॉक को मुक्त किया गया है. सितंबर तक खाद का भंडार भरपूर रहने की जानकारी कृषि विभाग व्दारा दी गई है.
* उपलब्ध भंडार (मेट्रिक टन)
तहसील यूरिया डीएपी
अमरावती 23 45
भातकुली 13 25
दर्यापुर 54 109
अंजनगांव 40 117
अचलपुर 41 81
चिखलदरा 14 25
धारणी 24 15
चांदूर बाजार 30 89
तिवसा 10 25
नांदगांव 11 00
मोर्शी 42 58
वरुड 41 85