अमरावती/दि.28 – स्थानीय मणिबाई गुजराती हाईस्कूल में शुक्रवार को सहविचार सभा का आयोजन किया गया था. इस सभा में शिक्षणाधिकारी माध्यमिक कचवे, शिक्षणाधिकारी प्राथमिक एजाज खान तथा प्रमुख अतिथि के रुप में पूर्व मंत्री व पदवीधर विधायक रणजीत पाटील उपस्थित थे. इस बैठक में विविध संगठनाओं के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया था.
इस बैठक में शिक्षणाधिकारी माध्यमिक कचवे, शिक्षणाधिकारी प्राथमिक एजाज खान की उपस्थिति में शालाओं तथा शिक्षकों की विविध समस्याओं के निराकरण पर चर्चा हुई. इस समय उर्दू टीचर्स एसोसिएशन के विभागीय अध्यक्ष गाजी जाहेरोश ने विभिन्न समस्याओं को मान्यवरों के समक्ष रखा. जिसका पूर्व मंत्री व दोनों शिक्षणाधिकारियों ने जायजा लिया.
इस वक्त गाजी जाहेरोश ने कहा कि सरकार ने 13 जुलाई 2016 और 20 दिसंबर 2016 को उर्दू तथा अल्पसंख्यक विरोधी जो निर्णय लिये थे, वह निर्णय अलोकतांत्रिक है. सरकार ने उसे वापस लेना चाहिए, जिसके लिए स्नातक विधायक व शिक्षक विधायक ने विधानसभा में इसके विरोध में आवाज उठानी चाहिए, इतना ही नहीं तो जूनी पेंशन योजना लागू करना चाहिए, जिला परिषद उर्दू शालाओं जैसे अमरावती, अचलपुर और धारणी की उर्दू शालाओं की 2017 से प्रलंबित संचमान्यता दुरुस्त करने, हज यात्रा हेतू उर्दू शिक्षकों को रिफंडेबल लोन मिलना चाहिए, 11वीं, 12वीं की किताबें लोकभारती के माध्यम से उर्दू में प्रकाशित करें, अंशत: अनुदानित व बगैर अनुदानित शिक्षकों को सेवा सुरक्षा, नगर परिषद शालाओं के शिक्षकों को भी निजी शालाओं के शिक्षकों को तर्ज पर वैद्यकीय सुविधा मिलना चाहिए आदि मुद्दों पर चर्चा की गई और उक्त विषयों की सूची निवेदन के रुप में पूर्व मंत्री रणजीत पाटील व माध्यमिक शिक्षाधिकारी कचवे को सौंपी. इस समय गाजी जाहेरोश समेत विभागीय सदस्य काजी सलाउद्दीन मौजूद थे.