दवाई के खर्च में बचत के लिए जेनेरिक दवाई का इस्तेमाल करें
जन औषधी दिवस निमित्त अन्न व औषध प्रशासन का आवाहन
अमरावती/दि.6- जेनेरिक दवाई बाबत नागरिकों में विश्वास निर्माण करने के लिए देश में 7 मार्च को जन औषधी दिवस मनाया जाता है. इस निमित्त नागरिकों ने दवाईयां जन औषधी केंद्र से ही खरीदी कर बचत करनी चाहिए, ऐसा आवाहन अन्न व औषध प्रशासन के सहायक आयुक्त यू.बी. घरोटे ने किया है.
आम नागरिकों को कम दाम में दवाई मिले इसके लिए देश में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधी परियोजना चलाई जा रही है. देश के 36 राज्यों के 743 जिलों में जन औषधी केंद्र शुरु है. संपूर्ण देश में 9 हजार से अधिक जेनेरिक दुकानें शुरु है. इस बार 31 दिसंबर तक यह संख्या 10 हजार तक ले जाने का लक्ष्य है. देश में वर्ष 2014 में केवल 80 जेनेरिक केंद्र थे. पिछले 8 वर्ष में यह संख्या शत प्रतिशत बढी है ऐसा घरोटे ने कहा.
प्रयोगशाला से प्रमाणिक और दर कम
खुले बाजार की ब्रांडेड दवाई की कीमत से जेनेरिक दवाई की कीमत 50 से 90 प्रतिशत तक कम है. आर्थिक बचत होने से यह योजना नियमित दवाई लगने वाले व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है. जेनेरिक केंद्र में उपलब्ध दवाई डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित दवाई कंपनी की तरफ से खरीदी की जाती है. जेनेरिक केंद्र पर बिक्री के लिए भेजने के पूर्व इस दवाई के प्रत्येक बैच की एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच होती है. नागरिकों को आवश्यक दवाई जेनेरिक केंद्र से खरीदी कर बचत करने का आवाहन अन्न व औषध प्रशासन के सहायक आयुक्त यू.बी. घरोटे ने किया.