अमरावतीमहाराष्ट्र

संगणक, लैपटॉप का इस्तेमाल बढा, युवाओं में पीठ दर्द की बढी समस्या

लगातार बैठकर काम करना टाले

अमरावती/दि. 12– अब सभी कार्यालयों में ऑनलाइन काम शुरु हुआ है. इस कारण पूरा दिन संगणक, लैपटॉप के सामने बैठना पडता है. इस वजह से अनेकों को कम आयु में ही पीठदर्द, रीढ की हड्डी का दर्द बढा है. इस कारण समय पर सावधानी बरतना आवश्यक है, अन्यथा इन समस्याओं के बढने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.

लगातार सोफे, कुर्सी अथवा कार में बैठना, दिनभर संगणक के सामने बैठकर काम करना आदि के कारण बैठी जीवनशैली से अनेक परेशानियां बढी है. पेपरलेस काम शुरु होने के बाद विभिन्न कंपनियों में ऑनलाइन काम शुुरु हुआ है. इस कारण सभी लोग घंटों तक संगणक अथवा लैपटॉप के सामने बैठकर काम करते रहते हैं. इस कारण उनमें पीठदर्द, कमर दर्द आदि बीमारी भी होने लगी है. इसमें युवाओं की संख्या अधिक है. संगणक और लैपटॉप पर काम करते समय लगातार बैठकर काम करना पडता है. इस कारण कमर दर्द की बीमारी बढने की संभावना अधिक रहती है. संगणक पर लगातार काम करने से स्नायू की हलचल नहीं होती. इस कारण गर्दन की बीमारी बढती है. बालकों में भी यह शिकायतें बढी है. संगणक, लैपटॉप पर लगातार टायपिंग करने से उंगलियों की बीमारी बढने की संभावना रहती है. अनेकों को यह समस्याएं शुरु हो गई है. बैठी जीवनशैली के कारण यह दुष्परिणाम भी होने लगे है.

* सावधानी जरुरी
यदि आप लगातार बैठने का काम करते होंगे तो कुछ समय बाद ब्रेक लेकर थोडा चले, कम से कम एक घंटे का ब्रेक लें, बैठा काम करते समय अपनी पीठ झुकाकर न बैठे, कुर्सी पर अपनी पीठ टिकाकर रखनी चाहिए. लैपटॉप, संगणक पर अपने बैठने की दूरी बराबर रहनी चाहिए. हर दिन सुबह कम से कम एक घंटे व्यायाम करे. योगा, साइकलिंग, पैदल चलना और दौडना आवश्यक है.

* सभी के लिए विश्राम जरुरी
लगातार बैठकर काम करने से पीठ, कमर दर्द की बीमारी बढने की संभावना रहती है. इस कारण लगातार बैठकर काम न करें. बीच में उठकर विश्राती लें. नियमित व्यायाम करें. पीठ और कमर दर्द रहने पर अस्थीरोग तज्ञ को दिखाकर उपचार लें. 30 वर्ष की आयु के बाद कैल्शियम और विटामिन का सेवन करें.
– डॉ. दिनेश खरात,
अस्थीरोग तज्ञ

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