
अमरावती/दि.13-महिलाओं के सक्षमीकरण और सुरक्षा के लिए कई कानून बने है. तथापि महिलाओं ने कानून का उपयोग हमेशा ढाल के रुप में करना चाहिए, तलवार के रूप में कानून का उपयोग ना करें, यह बात ाविजला वरिष्ठ स्तर न्यायाधीश तथा जिला विधि सेवा प्राधिकरण सचिव मंगला कांबले ने कही. विश्व महिला दिवस निमित्त महावितरण विभागीय प्रशिक्षण केंद्र अमरावती में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में वह बोल रही थी.
इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी, अधीक्षक अभियंता दीपक देवहाते, दीपाली माडेलवार, जिला विधि सेवा प्राधिकरण अधीक्षक शालीनी मोरे आदि की उपस्थिति रही. कार्यक्रम दौरान उपस्थित मान्यवरों ने अपने विचार रखे. मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी ने कहा कि, आज महिलाएं सभी क्षेत्र में अग्रसर है. महावितरण के काम में भी वे उत्तम योगदान दे रही है. कार्यक्रम की प्रस्तावना उपमुख्य औद्योगिक संबंध अधिकारी मधुसूदन मराठे ने रखी. संचालन सहायक अभियंता प्रियंका सोलंके ने किया. आभार व्यवस्थापक कल्पना भुले ने माना. कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों सहित परिमंडल की महिलाएं बडी संख्या में उपस्थित थी.