अमरावती

वॉट्सएप व फेसबुक का सावधानी से करें उपयोग

अमरावती सायबर सेल की जनता से अपील

अमरावती प्रतिनिधि/दि.31 – वर्तमान दौर में सोशल मीडिया का इस्तेमाल बखूबी से किया जा रहा है, लेकिन इसमें भी धोखाधडी और भावनाओं को आहत करने की घटनाएं भी सामने आ रही है. इसलिए वॉट्स एप और फेसबुक का सावधानी से उपयोग करने का आह्वान अमरावती सायबर सेल ने जनता से किया है.
सायबर सेल की ओर से एक पत्र जारी कर कहा गया है कि कोविड-19 का प्रकोप रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है. लेकिन कुछ आपराधिक गतिविधियों में लिप्त असामाजिक तत्वों व्दारा कोरोना महामारी को लेकर अफवाह फैलाने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले पोस्ट व कमेंट्स फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर बदनामीकारक पोस्ट शेअर करने, फेसबुक अकाउंट हैक कर अलग-अलग लोगों से विविध कारणों को बताकर पैसों की डिमांड करने की घटनाएं भी सामने आयी है. वहीं हाल ही में अमरावती शहर में 3 अपराध दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. ऐसे में सायबर पुलिस ने लोगों से फेसबुक और वॉट्सएप का इस्तेमाल करते हुए सावधानी बरतने की अपील की है.
वॉट्सएप का उपयोग बडे पैमाने पर किया जा रहा है, लेकिन सायबर अपराधी वॉट्सएप के जरीए भी लोगों को धोखाधडी का शिकार बना रहे है. सायबर अपराधी बिझनेस वॉट्सएप अप्लीकेशन का उपयोग कर जिन लोगों के वॉट्सएप एक्सेस करने है उनके मोबाइल नंबर डालकर एक्टीवेशन लिंक तैयार करते है. वह लिंक संबंधित को भेजकर उसके मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी नंबर किसी भी बहाने से पूछा जाता है. एक बार ओटीपी शेअर होने के बाद सायबर अपराधियों को संबंधित वॉट्सएप के एक्सेस मिलते है. जिस व्यक्ति के वॉट्सएप हैक किये जाते है उनके कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल लोगों को वह लिंक भेजकर अनेकों वॉट्सएप हैक किय जाते है. इसके बाद हैक हो चुके अकाउंट का उपयोग कर सायबर अपराधी संबंधित कान्टैक्ट के लोगों को मैसेज कर पैसों की डिमांड कर आर्थिक रुप से धोखाधडी करते है अथवा अश्लिल मैसेज आगे भेजे जाते है. वॉट्सएप वेब का उपयोग कर सायबर अपराधी संबंधित व्यक्ति के मोबाइल के वॉट्सएप अकाउंट एक ही समय पर दो जगहों पर चला सकते है. यहीं नहीं तो वॉट्सएप पर कोरोना के संदर्भ में सर्वे करने को लेकर भी एक फेक लिंक तैयार कर आर्थिक धोखाधडी की जाती है. इसलिए सावधानी बरतते हुए लोगों ने वॉट्सएप एक्टीवेट करने के लिए आने वाले ओटीपी नंबर को शेअर नहीं करना चाहिए. वॉट्सएप की सुरक्षा के लिए तत्काल टू स्टेप वेरिफिकेशन एक्टीवेशन करना चाहिए किसी भी व्यक्ति को अपना मोबाइल नहीं दिया जाए. वाट्सएप वेब का उपयोग कर वाट्सएप हैक किया जा सकता है. वाट्सएप पर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले पोस्ट शेअर नहीं करना चाहिए. इसी तरह फेसबुक का भी सायबर अपराधी गलत इस्तेमाल करते है. जैसे अकाउंट हैकिंग, नकली अकाउंट, फर्जी विज्ञापन, अफवाएं, धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले पोस्ट शेअर किये जाते है. इसलिए फेसबुक का भी संभलकर उपयोग करना चाहिए. फेसबुक अकाउंट का पासवर्ड कम से कम 8 अंक व अक्षरों में होना चाहिए. उसमें भी कैपिटल, स्पेशल चिन्ह व अंक होने चाहिए ताकि अपराधी को अकाउंट हैक करना कठीन साबित हो. फेेसबुक पर जानकारी, पोस्ट, फे्रंड लिस्ट के कोैन देखे और कौन नहीं देखना चाहिए तथा अन्य निजी जानकारी सुरक्षित रखने के लिए प्राइवेसी सेटिंग में अपने सुविधा के अनुसार चेंज करना चाहिए. किसी भी अनजान व्यक्ति की फे्ंरड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट न करें, इसके अलावा पहचान वाले व्यक्ति की ओर से ही यदि फेंड रिक्वेस्ट आयी हो तो वह उसी व्यक्ति ने भेजी है या नहीं इसकी पडताल करनी चाहिए, फेसबुक एड के माध्यम से खरीदी बिक्री का व्यवहार करते समय जांच पडताल करनी चाहिए.

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