अमरावती/ दि. 10– गोवंशीय जानवरों में लंपी बीमारी को प्रभाव नियंत्रण में है. दिसंबर के अंतिम माह तक जिले में 97. 73 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है. जिसके कारण नियंत्रित क्षेत्र में संक्रमित न रहनेवाले व टीकाकरण हुए पशुओें के यातायात को अनुमति दी गई है. ऐसा आदेश जिलाधिकारी पवनीत कौर ने दिया है.
लंपी प्रतिबंध के लिए गौवंशीय बछडे व भैसे को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए मना किया गया था तथा अब सभी दूर टीकाकरण होने से बीमारी का प्रभाव नियंत्रण में आने से अनुमति दी गई है. जिसके कारण नियंत्रित क्षेत्र में संक्रमित न रहनेवाले पशुओं का जिले में व जिले से बाहर यातायात करना संभव हो गया है. इस यातायात के लिए सक्षम प्राधिकारियों का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अनिवार्य है.
* बाधित जानवरों को कहीं ले जाने की अनुमति नहीं
उसी प्रकार भैसों को छोडकर अन्य बाधित रहनेवाले गोजातीय प्रजाती का कोई भी जीवित अथवा मृतक बछडे के संपर्क में आए चराई के लिए उपयोग की गई घास, शव, चमडी अन्य सामग्री कहीं भी नहीं ले जायी जा सकती. उसी प्रकार भैसों को छोडकर अन्य बाधित बछडों को बाजार में, भीड में प्रदर्शनी में अथवा अन्य प्राणियों के झुंड में लाने के लिए मना किया गया है. भैसों में इस बीमारी का प्रभाव न दिखाई दिए जाने से भैसों को इस आदेश से अलग किया गया है. ऐसा जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. पुरूषोत्तम सोलंके ने स्पष्ट किया है.