अमरावती/दि.22 – तहसील स्तर पर टीकाकरण अभियान को गति देने के उद्देश्य से शासन की ओर से जिले की 14 तहसीलों को 14 वाहन उपलब्ध करवाये गए. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि अब तक इन वाहनों को चालक नहीं मिला. वाहन चालकों की नियुक्तियां रोके जाने से टीकाकरण को भी फटका बैठा है.
वैद्यकीय तज्ञों के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हुई है. जिसके चलते बड़ी लोकसंख्या में टीकाकरण को गति देना आवश्यक है. शहरी भाग में टीकाकरण केंद्र की उपलब्धता सहजता से हो रही है. मात्र दूसरी ओर ग्रामीण भाग की स्थिति अलग है. केंद्र की संख्या मर्यादित होने से सहज ही मोबाइल टीकाकरण का पर्याय सामने आया है. इसके लिए राज्य शासन की ओर से सीएसआर फंड से अमरावती जिले के लिए 14 तहसीलों को प्रत्येकी एक के अनुसार टीकाकरण वाहन की आपूर्ति की गई है. यह वाहन जिला स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के पास हस्तांतरित किये गये. लेकिन अब तक वाहन चालकों की नियुक्ति न किए जाने से टीकाकरण अभियान भी नहीं चलाया जा रहा है. जिससे सारथी के बिना यह वाहन फिलहाल यार्ड में ही खड़े हैं.
जिलास्तर पर हलचलें?
स्वास्थ्य अधिकारियों ने वाहनों पर के चालकों की नियुक्ति का व अन्य नियोजन का अधिकार तहसील स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपा है. ऐसा रहते हुए भी कुछ पदाधिकारियों की जिद के कारण जिलास्तर पर वाहन चालकों की नियुक्ति की हलचलें शुरु हुई है. इस कारण ही इस प्रक्रिया में विलंब होने की जानकारी सामने आयी है.
- वाहन चालकों की सूची तैयार किए जाने के साथ ही शीघ्र ही वह सूची अध्यक्ष की मान्यता हेतु रखी जाएगी. वाहन चालक नियुक्ति बाबत किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं है.
– बालासाहब हिंगणीकर, स्वास्थ्य सभापति जि.प. अमरावती