वैनगंगा-नलगंगा में जोडे वरूड मोर्शी को भी
पूर्व मंत्री अनिल देशमुख की मांग

* मुख्यमंत्री फडणवीस को लिखी चिठ्ठी
अमरावती/दि.25-राकांपा शरद पवार धडे के बडे नेता अनिल देशमुख ने वैनगंगा-नलगंगा नदी जोडे परियोजना में वरूड-मोर्शी, काटोल और नरखेड तहसीलों को भी शामिल करने का अनुरोध राज्य शासन से किया है. उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चिठ्ठी लिखी है. यह जानकारी उन्होंने आज स्वयं पत्रकार परिषद में दी. इस समय उनके साथ अमरावती शहर जिला राकांपा अध्यक्ष डॉ. हेमंत देशमुख, प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश राय और अन्य उपस्थित थे. मराठी पत्रकार भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में देशमुख ने कहा कि, उक्त चारों तहसीलों के किसान ही महत्वाकांक्षी नदी जोड प्रकल्प हेतु मांग कर रहे हैं. ऐसे में शासन द्वारा उनकी मांग की अनदेखी किए जाने पर वे किसान सडक पर भी उतर सकते हैं.
* संतरा बेल्ट की दशा खराब
प्रदेश के गृह और नागरी आपूर्ति मंत्री रह चुके अनिल देशमुख ने कहा कि, उपरोक्त चारों तहसील की हालत आज काफी खराब है. पानी की भीषण तंगी हो रखी है. जिसके कारण क्षेत्र का संतरा बेल्ट जहां मोसंबी और नींबूवर्गीय फलों की बहुतायत रहती वह क्षेत्र दुर्दशा का शिकार हो गया है.
* 800 फीट तक घटा जलस्तर
अनिल देशमुख ने कहा कि, वरूड, मोर्शी, काटोल, नरखेड क्षेत्र में जमीन का जलस्तर 800 फीट से भी नीचे चला गया है. जबकि, पहले इसी क्षेत्र में संतरा, मोसंबी और अन्य रसीले फलों के बडे प्रमाण में बाग-बगीचे थे. आज डार्कजोन बन गया है. ऐसे में वैनगंगा-नलगंगा परियोजना से जोडे जाने से उक्त चारों तहसीलों की कायापलट हो सकती है. अनिल देशमुख ने परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि, 6 जिलों अमरावती, अकोला, बुलडाणा, यवतमाल, नागपुर और वर्धा के लगभग सभी तालुका नई परियोजना से जुडे हैं. केवल चार तहसीलें रह गई हैं. उन्हें जोडने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विशेष अनुरोध किया है.
* देर होने का आरोप खारिज
जब अनिल देशमुख से पूछा गया कि, वैनगंगा-नलगंगा प्रकल्प का गूगल सर्वे शुरु हो गया है, ऐसे में उनकी डिमांड को विलंब तो नहीं हो गया? तब देशमुख ने कहा कि, वे लगातार मंत्रालय और सचिव स्तर पर इस बारे में आवाज उठा चुके है, फॉलोअप ले चुके है, संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने से अब उन्होंने मुख्यमंत्री को चिठ्ठी भेजी है. देशमुख ने कहा कि, विशेषज्ञों की समिति इस बारे में सर्वेक्षण कर निर्णय लें तो बेहतर होगा. थोडा बदल परियोजना में अभी हो सकता है. इस समय उनके साथ प्रदेश सचिव मंगेश भटकर, सचिव अमित गावंडे, शहर सचिव सतीश चरपे, कार्याध्यक्ष राजेंद्र चिंचमलातपुरे आदि भी मौजूद थे.
पहलगाम में सरकार के प्रत्येक कदम का समर्थन
पूर्व गृहमंत्री ने पहलगाम विषय पर पूछे गए प्रश्न का बडी सावधानी से उत्तर दिया. उन्होंने कहा कि, गुरुवार की सर्वदलीय बैठक में यह कहा गया कि, पहलगाम हमला गुप्तचर एजेेंसियों का बडा फेल्युअर है. देशमुख ने यह भी कहा कि, राकांपा एसपी इस कायराना हमले की घोर निंदा करती हैं. उसी प्रकार केंद्र सरकार द्वारा इस बारे में उठाए जा रहे सभी कदमों का समर्थन करती है. फिर वह पाकिस्तान का पानी रोकना हो, विजा रद्द करना हो अथवा अन्य कार्रवाई.