रास्ते पर शराब बिक्री को लेकर वलगांववासी उतरे सडकों पर
शराब की दूकान हटाने की मांग को लेकर किया चक्काजाम
वलगांव/दि.13 – वलगांव यह संत गाडगेबाबा की निर्वाणभूमि है. वलगांव में रास्ते पर स्थित शराब की दूकानें है जिसे शहर से बाहर ले जाने की मांग को लेकर ग्रामवासियों व्दारा अनेको बार निवेदन सौंपे गए. किंतु अब तक भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं किए जाने से संतप्त ग्रामवासियों ने शुक्रवार को चक्काजाम किया. चक्काजाम आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों को पुलिस व्दारा हिरासत में लेकर उन्हें आधे घंटे के पश्चात छोड दिया गया.
आंदोलनकारियों का कहना है कि, संत गाडगेबाबा की निर्वाणभूमि वलगांव में है. इसी मार्ग पर स्कूलेंं है और यही पर शराब की दूकानें भी है. शराब की दूकानों के कारण स्कूली बच्चो व महिलाओं को आने-जाने में परेशानी उठानी पडती है. इन दूकानों की वजह से बसस्थानक, श्मशान भूमि, राष्ट्रीय महामार्ग का विस्तार किए जाने जैसे अनेको विकास कार्य प्रलंबित है.
शराब की दूकान यहां से हटाने हेतु 20 दिनों पूर्व जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर चक्काजाम की चेतावनी दी गई थी. किंतु जिलाप्रशासन व्दारा कार्रवाई न किए जाने पर शुक्रवार को वलगांव मार्ग पर सामाजिक कार्यकर्ता अनिल उगले के नेतृत्व में संघमित्रा उगले, शोभा उगले, रेखा भगत, मंदा जंवजाल, सूमन नागदीवे, उज्जवला वानखडे, मैना तसरे, सूमन विरुलकर, वैशाली उगले, इंदू सैरिसे, शकुंतना इसलकर, शोभा साबले, रेखा राउत, सूनंदा उगले, बेबी उगले सहित महिलाओं ने चक्काजाम किया. पुलिस व्दारा आंदोलनकारियों को डिटेन कर कुछ समय के लिए थाने मे बिठाया और सभी के खिलाफ 188,268,143,145,149 के तहत वलगांव थाने में अपराध दर्ज किया.