अमरावती/दि.30- वृक्षारोपण व संगोपन का उद्देश्य रखते हुए वनविभाग ने 2023-24 वन महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है. जिसके चलते 30 सितंबर तक वन महोत्सव की धूम रहेगी.
राज्य में 2017 से 50 करोड़ वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. निजी व बंजर जमीन, खेतों पर, बंधारे पर, रेल्वे के दोनों तरफ, रास्ते के दोनों ओर, सामूहिक बंजर क्षेत्र, गायरान परिसर में वृक्ष लगाने का मानस है. किसान, वृक्ष प्रेमियों को कम दाम में पौधे उपलब्ध कर वनविभाग ने यह उद्दीष्ट पूर्ण करने के लिए चालू वर्ष में पेड़ों की निर्मिति करते समय पौधों की सुदृढ़ता, प्रतवारी का विचार कर पौधे तैयार किये हैं.
9 महीने, 18 महीने के एवं 18 महीने से ऊपर गट के पौधों की प्रतवारी ए, बी, सी में की गई है. जिसके अनुसार 9 महीने के पौधे तीनों प्रतवारीनुसार 20 रुपए, 12 रुपए व 10 रुपए अनुसार वन महोत्सव कालावधि में उपलब्ध होंगे.
18 महीने के पौधे ए, बी, सी, प्रतवारीनुसार वन महोत्सव काल में 50 रुपए, 30 रुपए एवं 25 रुपए के हिसाब से मिलेंगे. वहीं 18 महीने से अधिक वाले पौधे एबीसी प्रतवारीनुसार 65 रुपए, 50 रुपए व 40 रुपए में उपलब्ध होंगे. 15 जून से 30 सितंबर तक वन महोत्सव मनाया जा रहा है.
* स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं को निःशुल्क आपूर्ति
शासकीय व्यवस्था की स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं को वृक्षारोपण करने हेतु उनसे पौधा निर्मिति के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा. वनमहोत्सव काल में पौधों की निःशुल्क आपूर्ति संबंधित रोपवाटिका में की जाएगी. इसके लिए अतिरिक्त मांग उपवनसंरक्षक (प्रादेशिक) या विभागीय वन अधिकाीर से करनी पड़ेगी.
* विद्यार्थियों पर ध्यान केंद्रित
वृक्षारोपण व पर्यावरण के संस्कार विद्यार्थियों पर हो, उनका अधिकाधिक सहभाग होने के उद्देश्य से शाला व महाविद्यालय परिसर में सुरक्षा दीवार होने से पौधों की सुरक्षा, संवर्धन करना सुविधाजनक होगा. इसके लिए वनमहोत्सव काल में वृक्षों के लिए एक रुपए के अनुसार शुल्क वसुला जाएगा.
अमरावती जिले का विचार करने पर तहसीलनिहाय नर्सरी में बड़ी थेैली के 8 लाख 77 हजार, छोटी थैली के 11 लाख पौधे वन महोत्सव कालावधि में उपलब्ध है.
– एस.एस.करे, उपवनसंरक्षक
सामाजिक वनीकरण, अमरावती