पुनर्वसन की मांग को लेकर वनारशी के अन्यायग्रस्तों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार
राज्य महामार्ग के लिए दी जमीन के बाद 15 वर्ष से न्याय के इंतजार में
समस्या का निवारण न होने पर भूख हडताल पर परिवार के साथ बैठने की चेतावनी
अमरावती/दि.27- जिले के वनारशी ग्राम के सैकडों नागरिकों की निम्न पेढी प्रकल्प अंतर्गत राज्य महामार्ग के निर्माण के लिए जमीन जाने के बाद अभी तक उनका पुनर्वसन नहीं किया गया है. अनेक परिवार पुनर्वसन के इंतजार में सरकारी जगह पर रह रहे है. लेकिन अब इस सरकारी जमीन से भी हटने की नोटिस दिए जाने से संतप्त हुए इन अन्यायग्रस्त नागरिकों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है. अन्यथा परिवार के साथ भूख हडताल पर बैठने की चेतावनी दी है.
जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में वनारशी के अन्यायग्रस्त किसान व नागरिकों ने कहा है कि, उनके गांव के पास निम्न पेढी प्रकल्प अंतर्गत राज्य महामार्ग के निर्माण के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है. गांवठान के पास खुली सरकारी जगह पर गांव के बेघर और गरीब नागरिक पिछले 15 साल से कच्चे मकान बनाकर रह रहे है. लेकिन शासन की तरफ से पुनर्वसन करने जगह नहीं दी गई है. इस सरकारी जगह पर रहते ग्राम पंचायत कार्यालय व्दारा उनके नाम टैक्स पावती और गांव नमूना आठ भी दिया गया है. राज्य महामार्ग के निर्माण में किसी ने भी कोई दुविधा निर्माण नहीं की. राजनीतिक दबाव में जिन किसानों की जमीन गांवठाण के पास हस्तांतरित की गई और खेत जमीन की सीमा गलत तरीके से दर्शाए जाने के कारण सरकारी जगह पर रहनेवाले लोगों को नोटिस दी गई है. इन नागरिकों ने यह नोटिस मिलने के बाद फिर से बेघर होने की संभावना जताते हुए न्याय की गुहार लगाई है. पुनर्वसन न करने पर परिवार के साथ भूख हडताल पर बैठने की चेतावनी दी है. ज्ञापन सौंपने वालों में पवन उर्फ छोटू महाराज वसू, प्रशांत शिरभाते, निलेश पानसे, अनूप मारोटकर, शुभम तायडे, दुर्गा तायडे, श्यामराव मकेश्वर, सिद्धांत तातड, राजू जामनेकर, निरंजन जामनिक, शेख सलीम शेख दाउत, अमोल तायडे संजय कडूकार, नसीबराव वाकोडे भीमराव पंढागडे, जयकिसन इंगले, पुरुषोत्तम तायडे, पद्मा सिरसाठ का समावेश था.