पोषण माह के अवसर पर जिले में विभिन्न कार्यक्रमों पर अमल
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा का प्रतिपादन
* मोझरी में स्वस्थ्य बालक, बालिका प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह
अमरावती-दि.22 लगातार स्वास्थ्य जांच शिविर, उसके व्दारा कुपोषित बालकों की खोज कर इलाज कराने पालकों को परिसर में उपलब्ध आहार का महत्व बताने व जल व्यवस्थापन यह चार सूत्रों पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम जिला परिषद ने शुरु किये है, ऐसा प्रतिपादन मुख्य कार्यकारि अधिकारी अविश्यांत पंडा ने व्यक्त किया.
राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर मोझरी में ‘स्वस्थ्य बालक, बालिका प्रतियोगिता’ के पुरस्कार पर बालक व पालक का सम्मान करते समय वे बोल रहे थे. उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कैलाश घोडके, गुटविकास अधिकारी चेतन जाधव, बालविकास प्रोजेक्ट अधिकारी चित्रा वानखडे, विस्तार अधिकारी ज्ञानेश्वर घोरमाडे, निलेश लेवाडकर समेत अन्य अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे.
जिप महिला व बालकल्याण विभाग की ओर से ‘माय-बाबांसाठी थोडे तरी’, ‘सासवांची शाळा’, ‘एक दिवस मेलघाटांसाठी’, ‘लोकप्रतिनिधि दिवस’, ‘गांव तिथे बंधारा’ आदि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है. जिले के हर गांव में आज ‘स्वस्थ्य बालक, बालिका प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया. जिसमें बालकों का वजन, उंचाई, टीकाकरण, आहार और जिवाणुनाशक गोलियों को उपयोग इस विषय पर जांच की गई. गांव के पांच सदस्यीय समिति ने चयन किया सुदृढ बालक को पुरस्कार देकर उसका पालकों के साथ इस समय सत्कार किया गया. बालकों के अच्छे भविष्य के लिए आहार अति महत्वपूर्ण है, उसका महत्व पालकों ने समझना चाहिए, इस दृष्टि से पोषण दिंडी का भी आयोजन किया गया था.