10 जून को ही मनाई जाएगी वट सावित्री पूर्णिमा

गुरु ग्रह का अस्त 13 जून का

अमरावती /दि.7– महाराष्ट्र तथा गुजरात राज्य में वट सावित्री पूर्णिमा का अत्यंत महत्व रहता है. सुहागन स्त्रियां अपने पति तथा संतान की दीर्घायु के लिए आदिशक्ति माता सावित्री का पूजन व्रत वट वृक्ष के रूप में करती है. मंगलवार 10 जून को पूर्णिमा तिथि सुबह 11:35 से प्रारंभ होकर बुधवार 11 जून को दोपहर 1:13 पर समाप्त होगी अन्य अन्य व्रत त्योहार की तरह इसमें भी भ्रम बना हुआ है. इसी संदर्भ में अकोला पुरोहित संघ की सभा बालाजी मंदिर में ली गई. महाराष्ट्रीयन, सम्राट, जय विनोदी, निर्णय सागर, वल्लभ मनीराम इत्यादि पंचांग में वट सावित्री पूजन व्रत की समाप्ति 10 जून को ही दी है. इसलिए वट सावित्री पूर्णिमा 10 जून को ही रहेगी. इस पर सभी पंडितों ने अपनी सहमति दर्शाई. सभा में सर्वश्री पंडित गजराज मिश्रा, अशोक शर्मा, बाबूलाल तिवारी, श्याम अवस्थी, पुजारी मुरारी लाल शर्मा, एवं पंडित रवि कुमार शर्मा उपस्थित थे, सभा में लिए गए निर्णय पर सर्वासी पंडित रतन तिवारी, हेमंत शर्मा ,राजू सिरोलिया, सुमित तिवारी, भैरू शर्मा, आलोक शर्मा, वह अन्य सभी पंडितों ने अपनी सहमति दर्शाई.
सूर्योदय तिथि से इसका कोई लेना देना नहीं है सुलभ ज्योतिष शास्त्र, भविष्य पुराण, निर्णय सिंधु, व्रत राज, इत्यादि ग्रंथ के अनुसार सूर्यास्त के पहले 2 घंटा 24 मिनट इतने समय में पूर्णिमा रहने पर पहले दिन ही वट सावित्री का पूजन इत्यादि सही है शास्त्रोक्त है. वट सावित्री व्रत पूजन उपवास 10 जून को ही रहेगा.
* गुरु ग्रह अस्त
महाराष्ट्र में गुरु ग्रह का अस्त 13 जून को होगा, तथा उदय 6 जुलाई को होगा, हिंदी पंचांग के अनुसार गुरु ग्रह का अस्त 11 जून को होगा. गुरु ग्रह के अस्त हो जाने से सभी प्रकार के शुभ कार्य के मुहूर्त पंचांग में नहीं दिए हैं विवाह वास्तु इत्यादि के लिए नवंबर माह तक रुकना होगा.

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