अमरावती/दि.11– आगामी गुरूवार 17 मार्च को होलिका दहन का पर्व मनाया जायेगा. इस बात के मद्देनजर स्थानीय श्री गौरक्षण संस्थान ने पर्यावरण का संवर्धन करने एवं प्रदूषण नहीं होने देने की बात को मद्देनजर रखते हुए सभी शहरवासियों से अपने-अपने कालोनियों व सोसायटियों में वैदिक रीति द्वारा होलिका दहन करने का आवाहन किया है.
इस संदर्भ में यहां जारी प्रेस विज्ञप्ती में गौरक्षण संस्थान द्वारा कहा गया कि, 200 किलो गोबरी, इच्छा व सामर्थ्य अनुसार गाय का शुध्द घी, 250 ग्राम डलीवाला शुध्द कपूर, 5 किलो हवन सामग्री, सात प्रकार के धान्य तथा नवग्रह औषधी इन तमाम सामग्रियों को एकत्रित कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रकट की गई होली से शरीर के वात, पित्त व कफ का संतुलन बनता है. साथ ही वातावरण शुध्द होकर आसपास मौजूद किटाणुओें व विषाणुओं का नाश होता है. जिससे कई रोगों से मुक्ति मिल सकती है. अत: वैदिक तरीके से होलिका दहन करते हुए जलती हुई होली की परिक्रमा करने और पूरे परिवार को स्वास्थ्य लाभ मिलता है. साथ ही जगह-जगह पर वैदिक होली प्रज्वलित करने से वातावरण भी शुध्द होता है.