अमरावती

वेंकटेश बालाजी भगवान का ब्रम्होत्सव आज से

जयस्तंभ चौक के वेंकटेश धाम में विविध धार्मिक आयोजन

अमरावती/दि.31– स्थानीय जयस्तंभ चौक स्थित ‘श्री वेंकटेश धाम’ वैकुंठम में अनंतकोटी ब्रम्हांडनायक वेंकटेश बालाजी भगवान के ब्रम्होत्सव की मंगलवार 31 जनवरी से शुरुआत हो रही है. यह ब्रम्होत्सव रविवार 5 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है.
भगवान श्री वेंकटेश बालाजी का ब्रम्होत्सव तिरुपति एवं दक्षिण भारत के विख्यात विद्बतजनों के आचार्यत्व में होने जा रहा है. आज सुबह 5.30 से 11.30 बजे तक सुप्रभातम मंगला आरती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, आरती गोष्टी प्रसाद के बाद शाम 4.30 बजे से अंकुरारोपण, गरुड ध्वज स्तंभ सप्रोक्षण, ब्रम्होत्सव का प्रारंभ, गरुडप्रतिष्ठा, आरती, पुष्पमाला धारण, वेदपाठ, नित्य आराधना, अर्चना, गोष्टी प्रसाद, शाम आरती के बाद बुधवार 1 फरवरी को सुबह 5.30 से 11.30 बजे तक सुप्रभातम मंगला आरती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, पालखी, ध्वजारोहण, अभिषेक, आरती, गोष्टी प्रसाद के बाद शाम 4.30 से रात 10 बजे के दौरान हवन, पूजा, वेदपाठ, आरती, पालखी, देवता आवाहन, भेरी पूजन, नित्य आराधना, अर्चना, गोष्टी प्रसाद, शयन आरती, गुरुवार 2 फरवरी को सुबह 5.30 से 11.30 बजे तक सुप्रभात मंगल आरती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, पालखी, अभिषेक, रजत पुष्पअर्चना, आरती, गोष्टी प्रसाद के बाद शाम 4.30 से रात 10 बजे के दौरान हवन, पूजा, वेदपाठ, आरती, पालखी, नित्य आराधना, अर्चना, गोष्टी प्रसाद, शयन आरती, शुक्रवार 3 फरवरी को सुबह 5.30 से 11.30 बजे तक सुप्रभातम मंगलारती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, पालखी, मूल विग्रह, उत्सवमूर्ति, 108 कलश अभिषेक के बाद शाम 4.15 बजे से 7.30 बजे तक हवन वेदपाठ, कल्याण उत्सव और शाम 7.30 से रात 10 बजे तक पालखी, पूजा, वेदपाठ, आरती, नित्य आराधना, अर्चना, आरती, गोष्टी प्रसाद, शयन आरती, शनिवार 4 फरवरी से सुबह 5 से दोपहर 12 बजे तक सुप्रभातम मंगलारती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, पालखी, अभिषेक, गोष्टी प्रसाद, शाम 4.30 बजे हवन वेदपाठ के बाद शाम 7 बजे मंदिर से रथपूजन कर रथयात्रा की शुरुआत होगी. यह रथ यात्रा मंदिर से रवि स्वीट कॉनर्र, खत्री कम्पाउंड, प्रिया टॉकीज, जयस्तंभ चौक, सरोज चौक, बापट चौक, प्रभात टॉकीज मार्ग, साबनपुरा पुलिस चौकी, धनराज लेन, जवाहर गेट, चित्रा चौक, जूना कॉटन मार्केट से बालाजी मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी. पश्चात रात 10 बजे शयन आरती होगी. रविवार 5 फरवरी को सुप्रभातम मंगलारती, नित्य आराधना, वेदपाठ, हवन, महापूर्णाहुति, अवभू्रत स्नान, चक्र स्नान, आरती गोष्टी प्रसाद के बाद शाम 4.30 से 7 बजे तक वेदपाठ, पालखी, ध्वजाअवरोहण, शाम 7 से रात 9 बजे तक द्बादश आराधना, पुष्पयाज्ञ, नित्य आराधना, आचार्य सन्मान, आरती, गोष्टी प्रसाद और रात 10 बजे शयन आरती व गोष्टी प्रसाद के साथ इस ब्रम्होत्सव का समापन होगा. श्रद्धालुओं को इस ब्रम्होत्सव का लाभ उठाने का आवाहन वेंकटेश बालाजी ट्रस्ट व्दारा किया गया है.

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