अमरावती/दि.17 – विदर्भ साहित्य संघ की अमरावती शाखा आगामी समय में सर्वसमावेशक एवं कल्पक उपक्रम लेकर आयेगी. जिससे अमरावती के लिए साहित्य विषयक उपक्रमों की रेलचेल का अनुभव मिल सके व उनमें कवि, लेखक, समीक्षक एवं रसीक भी प्रत्यक्ष रुप से सहभाग ले सके, यह इसका मुख्य उद्देश्य है. विदर्भ साहित्य संघ के हाल ही में हुई सर्वसाधारण बैठक में इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई. इस समय विलास मराठे ने 2023 में अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन का यजमान पद अमरावती को दिया जाये, इसके लिए केंद्रीय कार्यकारिणी मार्फत साहित्य महामंडल को विनती पत्र दिये जाने के साथ ही इसके लिए प्रयास किये जाने की जानकारी दी.
वि.सा. संघ की केंद्रीय कार्यकारिणी की ओर से हाल ही में अमरावती शाखा को सर्वोत्कृष्ट शाखा का पुरस्कार प्राप्त होने के बाद शाखा की जिम्मेदारी बढ़ने के साथ ही पहले की अपेक्षा नावीन्यपूर्ण उपक्रम चलाये का मानस शाखा के अध्यक्ष विलास अरुण मराठे ने इस समय बोलते हुए व्यक्त किया. इसमें साहित्य विषयक चर्चा को नया मंच दिलवाने के लिए वाचन कट्टा, अभिजात कथाबीज वाली फिल्म का प्रस्तुतीकरण पश्चात उस पर चर्चा, वाचनदर्दी आपल्या दारी अंतर्गत सीधे साहित्यिकों के घर जाकर उनके साहित्य पर विचार मंथन करने वाला कार्यक्रम, दर्जेदार लिखान करने वाले लेखक,कवि की पुस्तक का प्रकाशन ऐसे उपक्रमों का इसमें समावेश होगा. गत वर्षभर में शाखा का कार्य आगे ले जाते हुए अमरावती को सर्वोत्कृष्ट शाखा पुरस्कार प्राप्त करवाने में अग्रसर रहने वाले विलास अरुण मराठे एवं डॉ. मोना चिमोटे का, शाखा के पदाधिकारी एवं सभासद प्रा.राजेन्द्र राऊत,पत्रकार मोहन अटालकर, नितीन भट एवं पवन नालट को विशेष सम्मान का पुरस्कार प्राप्त होने निमित्त,डॉ.शोभा रोकडे को हाल ही में हुआ राज्यस्तरीय महिला साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष पद का सम्मान मिलने निमित्त, डॉ. वर्षा चिखले एवं डॉ. मीता कांबले ने कार्यक्रम का सफल आयोजन करने निमित्त तथा डॉ. मोना चिमोटे एवं डॉ. हेमंत खडके ने वि.सा. संघ एवं अमरावती विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में मराठी पखवाडे का सफल आयोजन करने निमित्त सभी का स्वागत किया गया. इस समय अन्य कुछ विषयों पर भी चर्चा की गई.
बैठक में शाखाध्यक्ष विलास अरुण मराठे, सांस्कृतिक कार्य सचिव डॉ. मोना चिमोटे, उपाध्यक्ष डॉ. शोभा रोकडे, डॉ. हेमंत खडके, कोषाध्यक्ष रवि पिंपलगांवकर, सचिव नितीन भट, सदस्य डॉ. वर्षा चिखले,प्रा.राजेन्द्र रंगराव राऊत,डॉ. मीता कांबले, मोहन अटालकर, माधव पांडे एवं डॉ. अविनाश मोहरील उपस्थित थे.