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विक्की अनासाने चढा मुंबई पुलिस के हत्थे

नागपुर के हुडकेश्वर थाना क्षेत्र से की गई गिरफ्तारी

* मुंबई के सर्राफों से की थी करोडों की धोखाधडी व जालसाजी
* लोकमान्य टिलक थाने में विक्की के खिलाफ दर्ज था मामला
* 2 माह से अमरावती व मुंबई पुलिस कर रही थी विक्की की तलाश
अमरावती/दि.1 – मुंबई के जवेरी बाजार से वास्ता रखने वाले कुछ सराफा व्यापारियों से करीब 7-8 किलो सोना खरीदी करने के बाद उनका भुगतान लटकाने के साथ ही कई माह तक भुगतान में टालमटोल करने वाले और फिर भुगतान करने से बचने हेतु अपनी कार से 65 लाख रुपयों के सोने की नकली कहानी सुनाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाले अमरावती निवासी सराफा व्यवसायी विक्की उर्फ सुनील अनासाने को मुंबई की लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस ने बीते रविवार 29 सितंबर को नागपुर के हुडकेश्वर थाना क्षेत्र से धर दबोचा. जिसे अब लोकमान्य तिलक पुलिस अपने साथ मुंबई लेकर गई है, जहां उसके साथ पूछताछ शुरु करते हुए उसे अदालत के आदेश पर पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया है. इसके साथ ही धोखाधडी व जालसाजी के इस मामले में विक्की अनासाने का सहयोगी रहने वाले इंद्रपुरी कुरियर कंपनी के कर्मचारी पांडुरंग आबा पाटिल को भी मुंबई की एलटी मार्ग पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. जिसके जरिए मुंबई स्थित जवेरी बाजार के सराफा व्यापारियों से संपर्क साधकर विक्की अनासाने ने 8 से 9 करोड रुपयों की धोखाधडी की थी.
बता दें कि, अमरावती के फर्शी स्टॉप परिसर में रहने वाले तथा मोती नगर पुलिस ने मोती ज्वेलर्स नामक सराफा प्रतिष्ठान चलाने वाले विक्की उर्फ सुनील अनासाने का नाम विगत 27 जुलाई को उस समय चर्चा में आया था, जब विक्की अनासाने ने परतवाडा पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि, वह अपने साथ 90 तोला सोना लेकर अपनी कार के जरिए अमरावती से अचलपुर की ओर जाने हेतु निकला, तभी भूगांव से आगे नारायण पेट्रोल पंप के निकट उसकी कार में कुछ खराबी आ गई. जिसके चलते उसने अपनी कार को सडक किनारे खडी कर दिया और वह कार का बोनट खोलकर बैटरी व रेडियटर चेक करने लगा. इसी समय दो लोग उसके पास मदद करने की बात कहते हुए आगे. पश्चात जब उसने बोनट को बंद कर अपनी कार के भीतर देखा, तो वहां से 90 तोला सोना रहने वाली बैग गायब थी. हालाकि बाद में पुलिस द्वारा की गई जांच पडताल में पाया गया कि, ऐसी कोई घटना ही घटित नहीं हुई थी और विक्की अनासाने द्वारा पुलिस थाने पहुंचकर झूठी शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसके चलते 17 अगस्त को परतवाडा पुलिस ने विक्की अनासाने के खिलाफ ही झूठी शिकायत दिये जाने का मामला दर्ज किया.
अभी इस मामले की जांच चल ही रही थी कि, 26 अगस्त को मुंबई के 4 से 5 सराफा व्यवसायियों से करीब 8-9 किलो सोना लेकर विक्की अनासाने द्वारा उनका पेमेंट डूबों देने का मामला सामने आया. जब मुंबई के जवेरी बाजार ने व्यवसाय करने वाले पाटिल सहित एक अन्य सराफा व्यवसायी ने ग्रामीण पुलिस के एक बडे अधिकारी से मुलाकात करते हुए बताया कि, अमरावती से वास्ता रखने वाले अनासाने नामक सराफा व्यापारी ने उन दोनों सहित मुंबई के जवेरी बाजार में व्यापार करने वाले 4 से 5 सराफा व्यापारियों को करीब 6 से 7 करोड रुपयों की चपत लगाई है. शिकायतकर्ता सराफा व्यवसायियों के मुताबिक मुंबई स्थित जवेरी बाजार के 4 से 5 सराफा व्यापारियों ने एक कुरीयर वाले पर भरोसा करते हुए अमरावती में सराफे का काम करने वाले अनासाने नामक सराफा व्यवसायी को 8 से 9 किलो सोना भिजवाया था. परंतु लंबा समय बीत जाने के बावजूद अनासाने नामक सराफा व्यापारी ने मुंबई के सराफा व्यवसायियों का पेमेंट नहीं दिया था. ऐसे में कुछ समय पहले मुंबई के एक-दो सराफा व्यवसायी अमरावती भी आकर गये थे और उन्होंने स्थानीय सराफा बाजार में अनासाने नामक सराफा व्यवसायी के बारे में पूछताछ की थी. साथ ही मुंबई के जवेरी बाजार में व्यवसाय करने वाले सराफा व्यवसायियों ने मुंबई से लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में अनासाने नामक सराफा व्यापारी सहित उस कुरियर वाले के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके भरोसे उन्होंने अमरावती के अनासाने नामक सराफा व्यवसायी को 8 से 9 किलो सोना भेजा था. जिसके आधार पर मुंबई के लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस ने धोखाधडी व जालसाजी का मामला दर्ज करते हुए विक्की अनासाने की तलाश करनी शुरु की थी. इस बात की भनक लगते ही विक्की अनासाने फरार हो गया था. जिसे मुंबई की लोकमान्य तिलक मार्ग पुलिस ने विगत रविवार 29 सितंबर को नागपुर के हुडकेश्वर पुलिस थाना क्षेत्र से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की और अब उसे पुलिस का दल अपने साथ मुंबई लेकर गया है. जहां उससे पूरे मामले को लेकर पूछताछ करने के साथ ही सोने की रिकवरी करने का प्रयास भी किया जाएगा. ज्ञात रहे कि, मुंबई के जवेरी बाजार परिसर के सराफा व्यापारियों द्वारा अपने साथ हुई धोखाधडी व जालसाजी के संदर्भ में विगत 16 जुलाई को एलटी मार्ग पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. जिसकी जांच पडताल करते हुए एलटी मार्ग पुलिस ने 29 अगस्त को विक्की अनासाने के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया था और इसके ठीक एक माह बाद 29 सितंबर को एलटी मार्ग पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए नागपुर के हुडकेश्वर परिसर में छीपे रहने वाले विक्की उर्फ सुनील अनासाने को खोज निकाला.
इस पूरे मामले को लेकर दैनिक अमरावती मंडल द्वारा अपने स्तर पर की गई पडताल में पता चला है कि, अमरावती में फरशी स्टॉप के पास नरहरि मंगल कार्यालय के निकट रहनेवाले विक्की अनासाने की मोती नगर परिसर में पिछले कुछ वर्षों से मोती ज्वेलर्स नामक दुकान है और अभी कुछ समय पहले ही उसने सराफा बाजार में भी अपनी एक दुकान खोली थी, जहां पर विक्की अनासाने का सोने चांदी का छोटा मोटा व्यवसाय था और वह मुख्य तौर पर चांदी के बर्तनों का व्यापार करने के साथ ही मंगलसूत्र में लगनेवाले सोने के मणि तैयार करता था. लेकिन परतवाडा पुलिस ने 90 तोला सोने की लूट को लेकर झूठी शिकायत दर्ज कराने के चलते अपने खिलाफ अपराध दर्ज होने और मुंबई की एलटी मार्ग पुलिस के अपनी तलाश में अमरावती आने की भनक लगते ही विक्की अनासाने ने सराफा बाजार स्थित अपनी किराए की दुकान का पूरा साजोसामान निकालकर उसे खाली कर दिया था. जिसके बाद से विक्की अनासाने का अमरावती में कहीं कोई अता-पता भी नहीं था. ऐसे में अमरावती ग्रामीण पुलिस सहित मुंबई की एलटी मार्ग पुलिस द्वारा विक्की अनासाने की सघनता के साथ खोजबीन की जा रही थी. जिसमें आखिरकार लंबी जद्दोजहद के बाद मुंबई पुलिस को सफलता मिली है.
इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आयी है कि, मुंबई के सराफा व्यवसायियों को करीब 8-9 किलो सोना खरीदकर करोडों की चपत लगाने वाले विक्की अनासाने द्वारा इंदौर में रहने वाले खंडेलवाल नामक चांदी के होलसेल व्यापारी को भी 4 से 5 किलो चांदी खरीदकर करीब 35 से 40 लाख रुपयों का चुना लगाया गया है. इस मामले को लेकर भी इंदौर में रहने वाले चांदी के व्यापारी द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. जिसकी जांच चल रही है.

* सबसे पहले अमरावती मंडल ने ही खबर की थी ब्रेक
बता दें कि, 27 जुलाई को विक्की अनासाने द्वारा अपने साथ कथित तौर पर हुई लूटपाट को लेकर परतवाडा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराये जाने की खबर को सबसे पहले दैनिक ‘अमरावती मंडल’ ने ही ब्रेक करते हुए विक्की अनासाने की पूरी पारिवारिक व आर्थिक पृष्ठभूमि को सबके सामने रखा था. इसके जरिए इशारों ही इशारों में विक्की अनासाने द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के झूठी रहने का अंदेशा जताया गया था. इसे आधार बनाते हुए ही परतवाडा पुलिस सहित ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए सच को उजागर किया और 17 अगस्त को विक्की अनासाने के खिलाफ ही मामला दर्ज हुआ. वहीं इसके बाद जब मुंबई स्थित जवेरी बाजार के दो सराफा व्यापारियों सहित मुंबई की एलटी मार्ग पुलिस का दल विक्की अनासाने की तलाश में अमरावती पहुंचे, तो इसकी खबर भी सबसे पहले दैनिक अमरावती मंडल ने ही प्रकाशित की थी. इसके अलावा अपने खिलाफ दर्ज अपराधिक मामलों एवं पुलिस द्वारा शुरु की गई तलाश के बारे में भनक लगते ही जब विक्की अनासाने ने सराफा बाजार परिसर स्थित अपनी किराए की दुकान को खाली किया था, तो वह खबर भी सबसे पहले दैनिक ‘अमरावती मंडल’ में ही प्रकाशित हुई थी. सबसे खास बात यह है कि, मुंबई के जवेरी बाजार में सराफा व्यवसाय करने वाले राजेश संपतलाल सोनी नामक सराफा व्यापारी ने एलटी मार्ग पुलिस थाने में विक्की उर्फ सुनील अनासाने सहित इंद्रपुरी कुरीयल के कर्मचारी पांडुरंग आबा पाटिल के खिलाफ शिकायत देते हुए ‘अमरावती मंडल’ में प्रकाशित खबरों का ही हवाला दिया था और अपनी शिकायत के साथ दैनिक ‘अमरावती मंडल’ में विक्की अनासाने को लेकर प्रकाशित अलग-अलग खबरों की कटींग भी संलग्नित की थी. जिसके आधार पर एलटी मार्ग पुलिस ने इस मामले की जांच पडताल शुरु करते हुए विगत रविवार 29 सितंबर को नागपुर के हुडकेश्वर थाना क्षेत्र से विक्की अनासाने को खोज निकाला.

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