अमरावती प्रतिनिधि/ दि.16 – कपास की शासकीय खरीदी में किसानों का पंजीयन व खरीदी केन्द्र अलग जगह पर देने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. कुछ केन्द्र अधूरे तथा कुछ केन्द्र पर ग्रेडर कोरोना संक्रमित दिखाई देने से खरीदी प्रभावित हो गई है. इसके अलावा एफऐक्यू व एलआरए पहले नंबर का कपास लिए जाने से विदर्भ के किसानों को कपास में दुविधा होने लगी है.
पश्चिम विदर्भ कपास के उत्पादन का क्षेत्र है. विशेष रूप से अमरावती व यवतमाल है ये जिले कपास के मुख्य उत्पादक जिले है. अमरावती जिले में अभी तक 65 हजार 354 क्विंटल तथा यवतमाल जिले में सबसे अधिक 2 लाख 44 हजार क्विंटल कपास की खरीदी हुई है. अकोला, वाशिम, बुलढाणा जिले कपास के मामले में पिछड गये है. इन जिले में किसानों को कपास में परेशानी का सामना करना होने का दिखाई दे रहा है. इस बार सीसीआय ने कपास की खरीदी में अपना हाथ थाम कर पणन को भी कम केन्द्र दिए है. पंजीयन केन्द्र जिस जगह पर है. वहां खरीदी न होने से इस तहसील के किसानोें को शहर के बाहर खरीदी केन्द्र पर कपास ले जाना पडता है. इसके लिए वाहन खर्च भी सहन करना पडता है. जिसके कारण किसान परेशान हो गया है.
अमरावती जिले में पणन महासंघ के अमरावती, दर्यापुर, मोर्शी, वरूड व अचलपुर इस तहसील के सात केन्द्र पर अभी तक 46 हजार 938 क्विंटल कपास खरीदा गया है. 14 हजार 576 किसानों ने पंजीयन किया है. उसमें से 9 हजार 414 किसानों को संदेश दिया गया है. कुछ किसानों को बार बार संदेश देने के बाद भी वे आए नहीं है. ऐसा पणन महासंघ के अधिकारियों ने बताया.
अकोला जिले का सीसीआय केन्द्र बंद होने की शिकायत है. बदरीला वातावरण का कारण बताकर यह केन्द्र बंद रखे गये है. ग्रेेडिंग व माप लेना बंद करने से खरीदी प्रभावित हो गई है. अकोट केन्द्र पर ग्रेडर कोरोना संक्रमित दिखाई देने केन्द्र बंद है. किसानों का कपास घर में ही पडा है. बुलढाणा जिले में खामगांव झोन में खामगांव सहित मलकापुर, नांदुरा, चिखली में सीसीआय के तथा पणन के जलगांव जामोद, देउलगांव राजा, शेगांव में केन्द्र है. 7 केन्द्र पर खरीदी शुरू है. किंतु पंजीयन व खरीदी अलग जगह होने से किसानों ने व्यापारियों को कपास बेचना पसंद किया है. 5 हजार रूपये क्विंटल दर से कपास बिक्री शुरू है. वाशिम जिले में मंगरूलपीर, अनसिग में सीसीआय की खरीदी शुरू है. इन दो केन्द्र सहित तीन केन्द्र पर अभी तक 1500 किसानों का 3502 क्विंटल कपास खरीदा गया है.
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यवतमाल जिले में सबसे अधिक कपास खरीदी
विभाग में सबसे अधिक खरीदी यवतमाल जिले में हुई है. यवतमाल, कळंब, आर्णी में पणन के केन्द्र पर 1 लाख 6 हजार तथा घाटंजी, रालेगांव, दारव्हा व वणी में सीसीआय के केन्द्र पर 1 लाख 38 हजार क्विंटल कपास खरीदा गया. उसकी तुलना में निजी खरीददारों को भी 2 लाख 27 हजार क्विंटल कपास की खरीदी करके शासकीय खरीदी में दुविधा हो गई है.