महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की विदर्भस्तरीय दहीहांडी स्पर्धा
हिंदवी पाटिल ने फिर एक बार अपनी अदाओं का बिखेरा जलवा
* बहारदार लावणी प्रस्तुत कर दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
अमरावती/दि.29– स्थानीय संत गाडगेबाबा मंदिर प्रांगण में कल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से विदर्भस्तरीय दहीहांडी स्पर्धा का आयोजन किया गया था.दहीहंडी स्पर्धा में 6 गोविंदाओं की टीम ने सहभाग लेकर अपनी कला का प्रदर्शन किया. वहीं लावणी से सभी के दिलों पर राज करनेवाली लावण्यवती हिंदवी पाटिल उर्फ दिपाली वाणी ने फिर एक बार अपनी अदाओं का जलवा बिखेरा. कुछ प्रचलित गीत और बहारदार लावणी प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्बारा बुधवार को शहराध्यक्ष धीरज तायडे के मार्गदर्शन में संत गाडगेबाबा मंदिर प्रांगण में विदर्भस्तरीय दहीहांडी स्पर्धा का आयोजन किया गया था. जिसमें लावणी सम्राज्ञी हिंदवी पाटिल आकर्षण का केन्द्र रही. उन्होंने एक से बढकर एक लावणी प्रस्तुत कर दर्शकों की तालिया बटोरी. शाम 7 बजे हिंदवी पाटिल और उनके ग्रुप ने कार्यक्रम की शुरूआत की. जिसमें सर्वप्रथम हीरे की हिरकणी कार्यक्रम के तहत गण और गवलन की प्रस्तुति दी गर्ई. गण अर्थात कला के देवता श्री गणेश की आराधना से की गई.
इस अवसर पर शहर के सुविख्यात इस्टाग्राम कलाकारों का और वर्तमान में गाउन वाली बाई के नाम से प्रसिध्द रश्मी सोनोने और उनके पति सारंग सोनोने ने फिर एक बार गाउन वाली बाई यह गीत मंच पर ्रप्रस्तुत किया. इस समय सोनोने दंपत्ति का पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया. वहीं अश्विनी मोकलकर ने अग बाई… गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी का दिल जीता. कार्यक्रम के अंत में जिसका युवक बेसबरी से इंतजार कर रहे थेे. लावण्यावती हिंदवी पाटिल का जैसे ही मंच पर आगमन हुआ. युवाओं के दिलों की धडकन तेज हो गई.
हिंदवी पाटिल ने मंच पर आते ही सर्वप्रथम अप्सरा आली… इस गीत पर लावणी प्रस्तुत की, उसके पश्चात सुविख्यात गीत बाण नजरेतला घेवूनी अवतरली सुंदरा चंद्रा… ऐसे अनेक गीत पर नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. मनसे द्बारा आयोजित दहीहंडी स्पर्धा में दहीहांडी की उंचाई 29 फीट तक नीचे की गई. स्पर्धा में गोविंदाओं की 6 टीमों ने सहभाग लिया और अपनी कला का प्रदर्शन कर पुरस्कार की राशि अपने नाम की. दहीहांडी स्पर्धा में मुख्य अतिथि के रूप में एड. प्रशांत देशपांडे, मनसे जिलाध्यक्ष पप्पू पाटिल उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने शहराध्यक्ष धीरज तायडे और उनके सहयोगियों ने अथक प्रयास किए.