विदर्भ के किसानों को न्याय देने हेतु 4 को विदर्भ मार्च
विदर्भ मार्च में शामिल होने का आवाहन किया गया
अमरावती/दि.23 – विदर्भ राज्य आंदोलन समिति नांदगांव खंडेश्वर सुभाष चौक में 14 दिसंबर को बैठक हुई. इस बैठक के अध्यक्ष विलास धांडे थे. इस बैठक के मुख्य संयोजक राम नेवले, राज्य समिति की अध्यक्षा रंजना मामर्डे, जिला समन्वयक राजेन्द्र आगरकर, जिला सदस्य पांडुरंगजी बिजवे ने मार्गदर्शन किए तथा राम नवले ने संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के समय का बिजली का बिल सरकार को भरना चाहिए तथा बिजली प्रमुख विदर्भ में बनती है.
विदर्भ में लोडशेडिग, अधूरी व खेत में रात की बिजली आपूर्ति से अनाप-शनाप बिल दिया जा रहा है और इसलिए 220 युनिट फ्री और उसके बाद बिजली की दर कम की जाए. इस सरकार ने अतिवृष्टि के कारण नुकसान हुए किसानो को 10 हजार करोड मंजूर किए. किंतु विदर्भ के हिस्से में केवल 7 करोड मंजूर हुए. जिसके कारण विदर्भ के संबंध में अनास्था व दुजाभाव सिध्द किया है.अत: विदर्भ के किसानों को 25 हजार रूपये दिए जाए, ऐसी मांग की गई. रंजना मामर्डे ने विदर्भ में हुए अन्याय की जानकारी दी. महाराष्ट्र में रहकर विदर्भ को न्याय मिलना असंभव है. राजेन्द्र आगरकर ने बिजली बिल की होली जलाने के संबंध में कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया तथा पांडुरंग बिजवे ने 4 जनवरी को बिजली व विदर्भ मार्च में शामिल होने का आवाहन किया. इस बैठक में काकडेताई, पुरूषोत्तम बनसोड, विनोद पसलकर, सुरेशराव पासलकर, दीपकराव कालेकर, पवनभाउ ढोक, शेलेन्द्र घाडे उपस्थित थे. बैठक का प्रास्ताविक दिनेश ढवस तथा आभार प्रदर्शन पुरूषोत्तम बनसोड ने किया. इस बैठक में मुक्त करे, मुक्त करे कोरोना के समय का बिजली बिल मुक्त करे. अपना राज्य विदर्भ राज्य ऐसे नारे लगाए गये. इस बैठक में अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे.