विदर्भ में बारिश कम हुई लेकिन हालात आज भी बेकाबू
अमरावती/ दि.12 – विदर्भ में शुरु मुसलाधार बारिश का जोर गुरुवार से कम हो गया, लेकिन हालात आज भी बेकाबू है. नदी नाले उफान पर होने के कारण कई गांव के रास्ते बंद होने से संपर्क टूटा हुआ है. गांवों में पानी घूस जाने के कारण गांववासियों का स्थलांतरण शुरु है. भंडारा में तालाब की दीवार टूट जाने की वजह से 50 मकानों में पानी घुस गया.
भंडारा जिले की वैनगंगा नदी का पानी शहर के ग्रामसेवक कॉलोनी तथा तहसील के हजारों हेक्टेयर खेतों में घुस गया. बगेडा गांव में तालाब की दीवार टूट जाने के कारण 50 मकान जलमय हो गए. लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. चंद्रपुर जिले के कई स्थानों पर बाढ की स्थिति बनी हुई है. यहां की एक गर्भवती महिला को प्रसूति के लिए अस्पताल ले जाना था, मगर बाढ की वजह से दोनों ओर के रास्ते बंद मिले. ऐसी हालात में आशा वर्कर ने गर्भवती महिला को नाव की मदद से अस्पताल पहुंचाया. गडचिरोली के सिरोंचा तथा देसाईगंज शहर में बाढ की स्थिति बनी हुई है. जिलेभर के 17 स्थानों पर मार्ग का यातायात पूरी तरह से चौथे दिन भी ठप्प है. गोंदिया जिले के सभी जलाशय और वर्धा जिले के निम्न वर्धा जलाशय के 31 दरवाजे खोलकर पानी छोडा जा रहा है. यवतमाल जिले में बांधों से लगातार पानी छोडे जाने के कारण विदर्भ-मराठवाडा जोडने वाले मार्ग बंद है. अमरावती जिले में भी गुरुवार को कई जगह रिमझिम और तेज बारिश शुरु थी.
दीवार ढहने से बालक समेत दो की मौत, तीन बहे
भंडारा जिले में लाखनी शहर के केसलवाडा फाटा परिसर में बंद होटल का पुराना सामना निकालते समय दीवार ढह गई. इस दुर्घटना में वेल्डिंग करने वाले मजदूर धर्मराज हरिश्चंद्र सिडाम (30) की मौत हो गई. दूसरी तरफ चंद्रपुर शहर के पठानपुरा मार्ग पर जोडदेउल परिसर में दीवार ढह जाने के कारण बालक अधिराज ज्ञानेश्वर बावणे की मौके पर मौत हो गई. वहीं गोंदिया जिले के आमगांव तहसील स्थित किडंगीपार-शिवणी के बीच शिवणी नाले के उपर से बह रहे पानी में टाटा सुमो बह गई. वाहन सवार तीन लोगों में से दो सुरक्षित बाहर निकाले गए, लेकिन एक तेज बहाव में बह गया.