अमरावती

20 माह बाद हुई विदर्भ प्रादेशिक माहेश्वरी संगठन की सभा

सभापति श्याम सोनी की अगुआई में हुआ आयोजन

अमरावती/दि.18 – कोविड महामारी के संक्रमण का खतरा घटने एवं लॉकडाउन को शिथिल किये जाने के चलते करीब 20 माह के अंतराल पश्चात गत रोज विदर्भ प्रदेश माहेश्वरी संगठन की चतुर्थ कार्यकारी मंडल सभा का आयोजन किया गया. बडनेरा मार्ग स्थित महेश भवन में संपन्न हुई इस सभा में अध्यक्ष के रुप में विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष रमेशचंद्र चांडक उपस्थित थे.
इस वक्त विशेष अतिथि व मार्गदर्शक के तौर पर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के सभापति श्यामसुंदर सोनी (नागपुर), विदर्भ प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष मदनलाल मालपानी (मलकापुर), प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीए राजेश चांडक, प्रदेश अर्थमंत्री जगदीश बंग (नागपुर), प्रदेश के प्रचार-प्रसार मंत्री अजय मोदानी (यवतमाल), प्रदेश के महासभा कार्य समिति सदस्य सज्जन मोहता (पुलगांव), राष्ट्रीय युवा संगठन के उपाध्यक्ष शरद सोनी (नागपुर), अ.भा.महिला संगठन की राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री उषा करवा, विदर्भ प्रदेश महिला संगठन अध्यक्षा सुश्री भारती राठी (आर्वी), महेश सेवा समिति के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल, जिला संगठन अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मालानी, सचिव प्रमोद राठी मौजूद थे. रविवार की सुबह 10 बजे प्रदेश सचिव के माध्यम से सभा के पहले सत्र को आरंभ करते हुए मौजूद अतिर्थियों के हाथों भगवान उमा-महेश की प्रतिमा का पूजन, माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन हुआ. पश्चात विगत एक वर्ष के दौरान दिवंगत समाजजनों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए संबंधित परिजनों के प्रति शोक व्यक्त कर मौन रखा गया. तदोपरांत जिला संगठन के अध्यक्ष डॉ. सूर्यप्रकाश मालानी ने बीते 2 सालों में किये गए कार्यों का लेखाजोखा पेश करते हुए कहा कि, जिले सहित सभी तहसीलों के करीब 135 आर्थिक कमजोर परिवारों को अनाज के किट का वितरण किया. जिले में कोरोना काल में रक्त की कमी को देखते हुए सभी तहसीलों से तकरीबन 236 रक्तदाताओं ने रक्त देकर 236 यूनिट रक्त एकत्रित कर डोनेट किया. इसके साथ शहर में जिलाधिकारी की परमिशन से दो माह तक 7 हजार लोगों को भोजन पहुंचाने का कार्य जिले की टीम के माध्यम से किया गया. इस महामारी में कई आर्थिक कमजोर समाज जनों के परिवारों को महासभा के अनेक ट्रस्टों की मदद प्राप्त करने में सहकार्य किया.
इस समय प्रदेश संगठन के अध्यक्ष एड. रमेशचंद्र चांडक ने अपने उद्बोधन में कोरोना की शिथिलता पश्चात 20 महिने के अंतराल बाद इस मीटिंग में महासभा के सहयोग से प्रदेश व्दारा किये कार्यो का अवलोकन करते हुए कहा कि, प्रदेश में सभी परिवारों का आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य अंतिम चरण में रहकर कई जिलों में यह कार्य पूर्ण किया. इसके अलावा 2 से 3 जिलों का अपूर्ण कार्य शुरु है. जिससे परिवारों की आर्थिक हालात की जानकारी महासभा को मिलने से इन परिवारों के उत्थान कार्य में सुविधा होगी. हाल ही में संपूर्ण भारतवर्ष में अ.भा.महासभा ने संकट के समय मदद करने के लिए गठित महासभा के रिलीफ फण्ड में से वाशिम जिले के 170 परिवारों को महासभा सभापति के माध्यम से वार्षिक 1 लाख से कम इनकम वाले परिवारों को मेडिक्लेम इंश्योरेंस का लाभ दिया गया. साथ ही जिन परिवारों के पास स्वयं का आवास नहीं, उन परिवारों के लिये महासभा सभापति के प्रयासों से डुप्लेक्स आवास का निर्माण कर उन्हें कम लागत वाले आवास उपलब्ध कराने हेतू इस योजना पर कार्य श्ाुरु कर दिया गया है.
वहीं इस आयोजन में अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के सभापति श्याम सोनी ने कहा कि, कोरोना कि महामारी ने धनधान्य से संपन्न लोगों को भी पहली बार बडा सबक सिखाया है कि, पैसा ही कुछ नहीं होता, बल्कि इष्ट मित्र का सहारा ही सबसे बडा आधार है. उन्होंने बताया कि, समाज के एक आह्वान पर 1.85 करोड की धनराशि एकत्रित कर उससे आर्थिक रुप से कमजोर कोरोना पीडित परिवारों को सहायता मिलने हेतु पीएम केयर फंड में जमा किया. कोरोना काल के दौरान में 13 हजार परिवार को ई-पत्रिका वितरित की गई. आने वाले समय में अयोध्या में भी माहेश्वरी समाज का भवन तैयार किया जायेगा.
प्रदेश संगठन के माध्यम से इस सभा में 2020 से 2021 में महेशनवमी पर्व पर सर्वस्तरीय सर्वोत्कृष्ट आयोजन के लिए वाशिम जिले को प्रथम, नागपुर जिले को द्वितीय तथा वर्धा जिले को तृतीय पुरस्कार प्रदान किये गये और उत्कृष्ट रिपोर्टिंग के लिए सम्मानचिन्ह देकर पुरस्कृत किया. साथ ही प्रदेश संगठन के आव्हान पर रक्तदान में सहभाग लेने वाले जिलों को भी इस सभा में सम्मानित किया गया.
प्रदेश संगठन की दो सत्रों में आयोजीत इस सभा में शामिल होने वाले विदर्भ के 11 जिलों से तकरीबन सभी पदाधिकारियों तथा विदर्भ के सभी जिलों के सदस्य बडी संख्या में शामिल हुए थे. कार्यक्रम में संचालन व आभार प्रदर्शन प्रदेश सचिव प्रा. डॉ. रमन हेडा (अकोला) ने किया.

Related Articles

Back to top button