अमरावती

‘वेब ऑफ सायंस’ में विद्यापीठ की सफलता

964 खोज प्रबंधन का प्रकाशन

* फिजिक्स, बायोटेक्नॉलॉजी, केमिस्ट्री का समावेश
अमरावती/दि.28– संशोधन और नई बातों को प्रोत्साहन देकर आगे बढने वाले संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ ने ‘वेब ऑफ सायंस’ ने सफलता हासिल की है. विद्यापीठ के कुछ प्रमुख संशोधक, विभाग प्रमुख, प्राध्यापकों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अब तक उनके 964 खोज प्रबंधों को जर्नल्स में स्थान मिला है.
‘वेब ऑफ सायंस’ यह विज्ञान क्षेत्र के नए खोज को दर्ज करनेवाली आंतराराष्ट्रीय स्तर की सर्वोच्च संस्था है. इस संस्था के रिकॉर्ड में अमरावती विद्यापीठ के फिजिक्स, मैथ्स, जियोलॉजी, बायोटेक्नॉलॉजी, केमिस्ट्री, बॉटनी आदि प्रमुख विषय के खोज प्रबंधो की आंकडेवारी प्रकाशित हुई है. इसके मुताबिक अमरावती विद्यापीठ व्दारा फिजिक्स विषय में सर्वाधिक 230 खोज प्रबंध प्रकाशित किए गए है. साथ ही बॉयोटेक्नालॉजी के 211, केमिस्ट्री के 172 तथा गणित के 111 खोज प्रबंधो को आंतराराष्ट्रीय स्तर के सर्वोच्च जर्नल्स में स्थान मिला है. फिजिक्स में प्रा.डॉ. एस.के. उमनवार, प्रा.डॉ. गजानन मुले, प्रा.डॉ. संदीप वाघुले, रसायनशास्त्र में प्रा. डॉ. आनंद अस्वार, प्रा.डॉ. राजेंद्र प्रसाद, प्रा.डॉ. वी.एस. जामोेद, बायोटेक्नालॉजी विषय के प्रा.डॉ. महेंद्र राय, प्रा.डॉ. अनिकेत गादे, प्रा.डॉ. अनीता पाटिल और प्रा.डॉ. प्रसाद वाडेगांवकर, प्रा.डॉ. प्रशांत ठाकरे, मैथ्स के प्रा.डॉ. के.एस. अढाव, प्रा.डॉ. एस.डी. काथोरे, जियोलॉजी के प्रा.डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रा.डॉ. एस.आर.एफ. खाद्री आदि संशोधकों के उत्कृष्ट कार्य के कारण विद्यापीठ को यह सफलता प्राप्त हुई है. देश-विदेश की विद्यापीठ में अध्यापन के साथ ही संशोधन करते रहने की सूची वेब ऑफ सायंस के ‘सायंस सायटेशन इंडेक्स’ में उपलब्ध है. इसके अलावा सर्वोच्च काम करने वालों ने मैथ्स के रिलेटिविटी, नैनो टेक्नालॉजी, फिजिक्स के फ्लोरोसेंस व ऑटिकल, कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री, हेटरोसाइकल केमिस्ट्री, कम्युटेशनल केमिस्ट्री आदि विषय पूर्ण किए है.

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