अमरावती

कलमबंद आंदोलन से विद्यापीठ की परीक्षाएं होंगी प्रभावित

महाविद्यालयीन कर्मचारियों का समावेश

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२५ – संत गाडगेबाबा अमरावती विश्वविद्यालय में ऑनलाईन परीक्षाओं की तैयारियां फिर एक बार प्रभावित होती दिखाई दे रही हैं. विद्यापीठ के कर्मचारियों ने गुरूवार से काम बंद आंदोलन शुरू किया है. जिसके कारण परीक्षा से जुडा पूरा काम ठप हो चुका है. इस आंदोलन में विद्यापीठ के अधिकारियों के साथ महाविद्यालयीन कर्मचारी भी शामिल हुए हैं. जिससे सरकार की मुसीबतें भी बढने लगी है. अक्तूबर माह से ली जानेवाली परीक्षाओें की तिथि भी बढने की संभावना है. कुछ दिन पूर्व उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने ऑनलाईन परीक्षा लेने का निर्णय लेकर विद्यापीठ को तैयारी शुरू करने के आदेश दिये. कई सालों से प्रलंबित मांगों को लेकर महाराष्ट्र राज्य महाविद्यालयीन व विद्यापीठ सेवक संयुक्त संघर्ष समिती ने राज्य में गुरूवार से काम बंद आंदोलन शुरू किया है. इस आंदोलन में अधिकारी से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक सभी का समावेश है. फिलहाल विद्यापीठ में पूरा ही कामकाज ठप है. सोमवार से कर्मचारियों ने काली फीत लगाकर काम किया था. अब कामबंद आंदोलन शुरू कर इसे ३० सितंबर तक जारी रखने की सूचनाएं संगठन ने दी है. शासन द्वारा मांगों पर विचार नहीं किया तो बेमियादी काम बंद आंदोलन की चेतावनी राज्य विद्यापीठ कर्मचारी महासंघ के कार्याध्यक्ष तथा सेवक संयुक्त संघर्ष समिती के संगठक अजय देशमुख ने दी है. अकृषिय विद्यापीठ के कर्मचारियोें को ७ वां वेतन आयोग लागू किया जाए, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेमेंट संबंधी मामले तत्काल निपटाएं, पांच दिन का सप्ताह लागू करें, आश्वासित प्रगति योजना अंतर्गत शासन आदेश को स्थगित करें, पदोन्नति में आरक्षण तत्काल हटाया जाए, रिक्त पदों पर पदभरती करें, जैसी विभिन्न मांगे शासन स्तर पर प्रलंबित है. इन मांगों पर विचार न होने से बेमियादी आंदोलन छेडने की चेतावनी दी है. ज्ञापन सौंपते समय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अजय देशमुख, महासचिव विलास सातपुते, उपाध्यक्ष संजय ढाकुलकर, सतीश लोखंडे, संगाबा पिछडा वर्गीय कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष डॉ. नितीन कोली, ऑफिसर्स फोरम के अध्यक्ष शशिकांत रोडे, सचिव डॉ. विलास नांदुरकर के साथ अधिकारियों की उपस्थिति रहीं.

सरकार ने किया मजबूर
राज्य विद्यापीठ कर्मचारी महासंघ के कार्याध्यक्ष अजय देशमुख ने बताया कि, विद्यार्थियों की परीक्षाओं की तिथि तय हो चुकी है. ऐसे में हमें आंदोलन करने सरकार द्वारा मजबूर किया जा रहा है. अनदेखी व अन्याय के कारण हमने यह मार्ग अपनाया है. हमारी मांगे पूर्ण होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा.

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