अमरावतीमहाराष्ट्र

अमरावती के विजय ने गोवा में मारा मैदान

शरीर सौष्ठव में जीता गोल्ड, राष्ट्रीय स्तर पर किया राज्य का नाम रोशन

अमरावती/दि.10– बॉडी बिल्डिंग में कड़ी मेहनत कर शहर के कल्याण नगर निवासी विजय दिलीप भोयर (32) ने फिर एक बार गोवा में हुए 13वें ऑल इंडिया फेडरेशन कप में हिस्सा लिया था. सोमवार को हुए अंतिम मुकाबले में 100 किलो गुट में खेलकर अमरावती के विजय भोयर ने भारत के 300 दिग्गज बॉडी बिल्डर को पछाडते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है. जहां स्पर्धा में विजय भोयर के भारी-भरकम शरीर को देख सभी की आंखें आश्चर्य से खुली की खुली रह गई.

विजय दिलीप भोयर ने सरस्वती विद्यालय में पढ़ाई की. इसी बीच बॉडी बिल्डिंग को लेकर उत्साह जागा. 12 साल पहले इस खेल में कदम रखते हुए विजय भोयर ने दिन-रात कड़ी मेहनत कर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना ही लक्ष्य बनाया था. इसके बाद सफलता हमेशा कदमों पर रही और एक के बाद एक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के खिताब अपने नाम कर सपना पूरा किया. आज उसके घर में जीत की ट्रॉफी रखने के लिए जगह तक उपलब्ध नहीं है.

शरीर सौष्ठव खेल को अपना जीवन समर्पित करते हुए विजय भोयर ने खुद का फिटनेस सेंटर शुरू किया है. जहां शहर के कई युवा पीढ़ी को प्रशिक्षण देते हुए स्वास्थ्य तंदुरुस्त रखने की टिप्स देते हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी काफी फॉलोअर बढ़ गए हैं. जहां उसी फिटनेस सेंटर से विजय भोयर उनके परिवार का गुजारा होता है.

* गाड़ी गिरवी रख लिया था अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में हिस्सा
शरीर सौष्ठव खेल में विजय भोयर ने कदम तो रख लिया था. लेकिन शरीर को चुस्त तंदुरुस्त बनाने के लिए रुपए की आवश्यकता थी. तब निजी कॉल सेंटर में काम करते हुए अपनी मेहनत शुरू रखी. पिताजी दिलीप भोयर आज भी पेपर बाईडिंग का काम करते हैं. फिलीपिंस में होनेवाले अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धा के लिए हिस्सा लेना था. तब पहले अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा के लिए विजय भोयर और उनके दोस्तों ने गाड़ी गिरवी रख पैसों से विदेश गए और गोल्ड हासिल कर भारत का तिरंगा फहराया था. विजय भोयर उस दिन को अपने जीवन का सबसे खुशी का पल मानते हैं.

* अर्नोल्ड हैं रोल मॉडल
विजय भोयर ने दैनिक अमरावती मंडल से बातचीत करते हुए बताया कि अमेरिका के बॉडी बिल्डर अर्नोल्ड अलोइस श्वार्जनेगर का नाम भले ही दुनिया में विख्यात है, लेकिन अर्नोल्ड को देखकर ही मुझे इस खेल में आने की प्रेरणा मिली है. जिन्हें मैं अपने जीवन का रोल मॉडल मानता हूं और इसी तरह देश के लिए भविष्य में कई खिताब हासिल करने की आशा रखता हूं.
– विजय भोयर,
मिस्टर इंडिया.

* ऐसे चढ़ीं सफलता की सीढ़ियां
विद्यापीठ कलर कोट – 4
विदर्भ श्री – 41
महाराष्ट्र श्री – 2
मिस्टर इंडिया – 2
मिस्टर एशिया – 1
मिस्टर वर्ल्ड – ब्राँस मेडल

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