संदेह के घेरे में विजय सावरा की खुदकुशी का मामला
अब तक विजय सावरा के मोबाइल का नहीं चल पाया पता
* मोबाइल से उजागर हो सकते है कई बडे व सनसनीखेज राज
अमरावती/दि.25 – स्थानीय कंवर नगर परिसर में वीआईपी अपार्टमेंट के निकट शिवशक्ति कालोनी निवासी विजय किसनलाल सावरा ने गत रोज राजापेठ से नवाथे के बीच सुशिल नगर से होकर गुजरने वाली रेल्वे पटरी पर अमरावती-वर्धा मेमु ट्रेन के नीचे कटकर आत्महत्या कर ली थी. जिसे लेकर राजापेठ पुलिस ने मर्ग दाखिल कर लिया. यद्यपि सरसरी निगाह से देखने पर यह आत्महत्या से संबंधित अन्य मामलों की तरह एक और मामला दिखाई जान पडता है. परंतु कुछ बाते ऐसी है, जिसकी वजह से विजय सावरा की आत्महत्या को लेकर अब कई तरह की बातें हो रही है और मामले को लेकर संदेह गहराने लगा है.
दबी जुबान में चल रही चर्चाओं और विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक विजय सावरा को सट्टा, विशेष कर क्रिकेट सट्टा खेलने की काफी बुरी लत थी. किसी समय विजय सावरा ने क्रिकेट के सट्टे में अच्छा खासा पैसा भी कमाया था. लेकिन आगे चलकर वह इस पैसे से अपने पास रहने वाला पूरा पैसा सट्टे में हार गया. लेकिन आज नहीं तो कल कोई बडा दांव हाथ में लग जाएगा. इस उम्मीद पर विजय सावरा ने उधारी पर भी सट्टा खेलना जारी रखा और सीधे-सीधे उसके सिर पर अच्छा खासा कर्ज हो गया. ऐसे में पैसे देने वालों ने विजय सावरा से अपनी रकम वापिस लौटाने के लिए तगादा लगाना शुरु कर दिया. जिससे विजय सावरा काफी परेशान रहने लगा. संभावना जताई जा रही है कि, संभवत: इसी परेशानी से त्रस्त होकर विजय सावरा ने गत रोज आत्मघाती कदम उठाते हुए खुद को तेज रफ्तार ट्रेन के सामने झोंक दिया और ट्रेन के नीचे कटकर आत्महत्या कर ली.
लेेकिन इस मामले को लेकर सबसे बडा संदेह उस समय पैदा हुआ. जब विजय सावरा के शव के पास से उसका मोबाइल बरामद नहीं हुआ और यह मोबाइल कहा है, इसकी अब भी कोई जानकारी सामने नहीं आयी है. विजय सावरा को जानने वाले लोगों के मुताबिक अव्वल तो विजय सावरा इस तरह का व्यक्ति ही नहीं था, जो किसी भी वजह के चलते आत्महत्या कर ले, वहीं गुरुवार की देर रात तक विजय सावरा अपने मोबाइल पर ऑनलाइन भी था. ऐसे में सबसे बडा सवाल यहीं है कि, आखिर विजय सावरा ने आत्महत्या क्यों व कैसे कर ली. साथ ही उसका मोबाइल कहा नदारत हो गया. कहा जा रहा है कि, अगर विजय सावरा का मोबाइल बरामद हो जाता है, तो अमरावती में चलने वाले ऑनलाइन व क्रिकेट सट्टे से संबंधित कई नाम व कई राज उजागर हो सकते है. विजय सावरा के मोबाइल में कई सट्टेबाजों के नाम व मोबाइल नंबर सेव है. साथ ही सट्टेबाजी की डिलिंग से संबंधित कई ऑडियो क्लिप व वीडियो क्लिप भी विजय सावरा के मोबाइल में रिकॉर्ड थी. ऐसा कुछ बेहद खास सूत्रों से पता चला है. ऐसे में विजय सावरा की आत्महत्या के साथ ही उसके मोबाइल का नदारत हो जाना कई तरह के संदेह पैदा कर रहा है.
बता दें कि, गत रोज दोपहर 3 बजे के आसपास विजय सावरा ने सुशिल नगर परिसर के पास से होकर गुजरने वाली रेल्वे पटरी पर ट्रेन के नीचे कटकर आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद यह बात किसी परिचित के जरिए विजय सावरा के भाई रितेश को फोन के माध्यम से पता चली, तो सावरा परिवार के सदस्य हडबडाकर तुरंत मौके पर पहुंचे. जहां पर लाश की शिनाख्त विजय सावरा के तौर पर हुई. पश्चात मामले की जानकारी राजापेठ पुलिस को दी गई, तो पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा करते हुए लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और आज सुबह पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद लाश को सावरा परिवार के सुपुर्द किया गया. जिसके बाद विजय सावरा के शव पर अंतिम संस्कार किए गए. विजय सावरा के परिवार में पत्नी व 2 बच्चे है. जिन पर इस घटना की वजह से काफी बडा आघात टूटा है. विजय के भाई रितेश सावरा ने बताया कि, इससे पहले घर में सब ठीकठाक था. फिर अचानक पता नहीं क्या हुआ कि, विजय सावरा को शराब की लत भी लग गई और वह ढेर सारे पैसे उडाने लगा. जिसके चलते उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई. परिवार ने उसे सही रास्ते पर लाने हेतु एक्वा वॉटर तथा पापड सहित अन्य कुछ व्यवसाय लगाकर दिए थे. जिसमें 40 से 50 लाख रुपए लगे थे. लेकिन पूरा पैसा डूब गया. ऐसे में विजय सावरा विगत कई दिनों से तनाव में चल रहा था. बहरहाल राजापेठ पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक उसे राजापेठ रेल्वे पटरी पर विजय सावरा की लाश के पास तंबाकू के 2 पॉउच व एक कटा हुआ आधार कार्ड बरामद हुआ था. मौके से कोई मोबाइल नहीं मिला है और विजय सावरा के पास मोबाइल था अथवा नहीं इस बारे मेें उसके परिजनों द्बारा भी पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई है.