अमरावतीमहाराष्ट्र

अपने शौर्य के इतिहास का साक्षी है विजयस्तंभ

सांसद बलवंत वानखडे का प्रतिपादन

* भीमा कोरेगांव विजयस्तंभ प्रतिकृति को दी मानवंदना
अमरावती/ दि. 3-भीमा कोरगांव विजयस्तंभ स्फूर्ति देनेवाला है और वह अपने शौर्य के इतिहास का साक्षी है. इतिहास का जतन किए जाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना समय की आवश्यकता है. ऐसा प्रतिपादन जिले के सांसद बलवंत वानखडे ने व्यक्त किए. वे लॉर्ड बुध्द त्रिवारवंदन संघ, भीमा कोरेगांव विजय स्तंभ प्रतिकृति मानवंदना आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में 1 से 3 जनवरी भीमा कोरेगांव विजयस्तंभ प्रतिकृति मानवदंना समारोह के अवसर पर साइंसकोर मैदान के मंच से बोल रहे थे.
इस अवसर पर सासंद बलवंत वानखडे का नागरी सत्कार किया गया. कार्यक्रम में रिपाई के ज्येष्ठ नेता वसंतराव गवई, मुंबई के सामाजिक कार्यकर्ता मनोहर तायडे, रमेश कटके, वी.एम.वानखडे, रिपब्लिकन पार्टी आंबेडकर विदर्भ प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब पवार, भंडारा जिलाध्यक्ष शीतल नागदिवे, मंदाकिनी बागडे, शफी सौदागर, डॉ. पठान, सुबेदार पाठक, समाधान वानखडे, सुबेदार ए.आर. भटकर, एड. सिध्दार्थ शेंडे, सतीश नाइक, बंसी भटकर, विशाल गजभिए, राजेंद्र नितनवरे, बी. आर. धाकडे, समाज भूषण, रामेश्वर अभ्यंकर, समता सैनिक दल के देवेन्द्र खांडेकर, धम्मपीठ पर विराजमान थे.
अपने सत्कार पर उत्तर देते हुए सांसद वानखडे ने आगे कहा कि यदि किसी को कोई भी समस्या हो तो वे उस समस्या का निराकरण करने हेतु उनके जनसंपर्क कार्यालय से संपर्क साधे, साथ ही मोबाइल पर भी संपर्क साधने का आवाहन करते हुए उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी उपस्थितों को बताया. सांसद वानखडे ने कहा कि साधारण ग्राम पंचायत सदस्य से विधायक और अब सांसद बना हूं. फिर भी मैंने अपनी प्रमाणिकता नहीं छोडी है. प्रमाणिकता से कार्यरत रहने से निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है. कार्यक्रम के दौरान महार बटालियन के पूर्व सैनिकों ने बुलेट पर तथा खुली जिप में पथसंचालन कर विजय स्तंभ की प्रतिकृति को पुष्पचक्र अर्पित कर बिगुल की ध्वनि में मानवंदना दी. वहीं समता सैनिक दल, भीमा कोरेगांव सेना के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं ने भी जय भीम का उदघोष करते हुए विजय स्तंभ की प्रतिकृति को मानवंदना दी. कुछ छोटे- छोटे बच्चों ने मलखांब पर कसरत कर तथा उपस्थित भीम सैनिकों ने भी विजय स्तंभ की प्रतिकृति को मानवदंना दी.
कार्यक्रम का प्रास्ताविक व संचालन मुख्य आयोजक कैलाश मोरे ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने एड. माया मेश्राम (भिवगडे), त्रिवेणी मकेश्वर, आशा मेश्राम, अनिता जवंजाल, मीना तंतरपाले, कल्पना बनकर, उषा लांडगे, सुनीता धाकडे, माधुरी इंगले, कांचन आडोले, संजय मोहोड, अवधुत मकेश्वर, उदयभान गजभिये, किशोर सरदार, प्रेम इंगले, विद्याधर जवंजाल, राजकुमार वरघट, बंडु चोरपगार, रूपेश भीवगडे, सुहासिनी घोडेस्वार, एम.एस. खंडारे, नीलेश धाकडे, सहित समता सैनिक दल, भीमा कोरेगांव सेना व पूर्व सैनिकों ने अथक प्रयास किए.

* कैलाश मोरे ने रचा इतिहास
भीमा कोरेगांव विजय स्तंभ प्रतिकृति मानवंदना कार्यक्रम का आयोजन पिछले 14 सालों से सतत कैलाश मोरे के प्रयासों से सफलतापूर्वक किया जा रहा है. अनुशासनबध्द कार्यक्रम का आयोजन कर कैलाश मोरे ने अमरावती जिले में इतिहास रचा है.
सांसद बलवंत वानखडे,

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