यशोमति और बलवंत वानखडे के ‘हनुमान’ बने है विलास इंगोले और बबलू शेखावत
अमरावती/दि.11 – यूं तो उसे अमूमन पहलवान कहा जाता है. वह यारो का यार और यदि मन पर ले ले, तो राजनीतिक दुश्मनों का दुश्मन है और दूसरा किसी बडे राज घराने से आने के बावजूद भी रत्तीभर भी इगो और दिखावे से दूर, पार्टी के लिए जी-जान लगाने वाला. हम बात कर रहे है महाविकास आघाडी के कांग्रेसी उम्मीदवार बलवंत वानखडे और जिले की कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर के इस लोकसभा चुनाव में ‘हनुमान’ बने विलास इंगोले और बबलू शेखावत की.
विलास और बबलू की यह जोडी इन दिनों बिना किसी तारीफ और राजनीतिक महत्वाकांक्षा के बलवंत वानखडे के लिए जी-जान से जुटी है. महानगरपालिका की राजनीति में चाणक्य मानी जाती इस जोडी के कारण इन दिनों शहर में कांग्रेस की परिस्थिति सुधरती हुई दिख रही है. मनपा की राजनीति में जिस तरह इन दोनों कद्दावर युवा नेताओं का बोलबाला रहता है उसी तरह इन दोनों नेताओं के पास युवाओं की फौज भी है. मनपा के पूर्व महापौर विलास इंगोले और कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत अनेक संस्थाओं से भी जुडे है. इस कारण उनकी मतदाताओं तक गाढी पैठ है. दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे को अमरावती संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवारी मिलने के लिए यह दोनों युवा नेता पिछले 6 माह से प्रयासरत थे. वे लगातार पूर्व मंत्री व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता यशोमति ठाकुर के संपर्क में थे. बलवंत वानखडे को उम्मीदवारी मिलने के बाद उन्होंने बडे ही जोश के साथ मतदाताओं से संपर्क करना भी शुरु किया. पार्टी के प्रति उनका काम करने का तरीका और लगन को देखते हुए इस बार चुनाव प्रचार का नियोजन, प्रभागो में प्रचार रैली, मतदाताओं से संपर्क करना, पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में उत्साह बढाना, साथ ही प्रभागो में रैली के समय उन क्षेत्र के व्यवसायी, प्रतिष्ठित नागरिक व कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रैली में शामिल करना और आवश्यकता पडने पर अमरावती संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्र के दौरे कर अपने पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से मिलना, बैठको का आयोजन आदि जिम्मेदारी यह दोनों युवा नेता बखूबी संभाल रहे है. इस कारण दिनोंदिन महाविकास आघाडी के कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे की स्थिति सुधरती जा रही है. हर तरफ प्रचार रैली को भारी संख्या में लोग शामिल होने से समर्थन मिलता भी दिखाई दे रहा है.