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विलास इंगोले, बबलु शेखावत

12 पूर्व पार्षदों ने थामा कांग्रेस का ‘हाथ’

* भाजपा के 10 व एमआईएम के 2 पूर्व पार्षदों ने बदला पाला
अमरावती/दि.26- गत रोज अमरावती जिले के दौरे पर आये कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले की प्रमुख उपस्थिति में भाजपा के 10 व एमआईएम के 2 पूर्व पार्षदों ने अपनी पुरानी पार्टी छोडकर कांग्रेस में प्रवेश कर लिया. इस समय पार्टी प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने इन सभी पूर्व पार्षदों का पार्टी में स्वागत किया और उन्हेें पार्टी की विधिवत सदस्यता प्रदान की.
बता दें कि, किसी समय पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख कांग्रेस छोडकर भाजपा में चले गये थे. उस समय उनके कई समर्थकों ने भी भाजपा में प्रवेश कर लिया था. इसमें से कईयों को मनपा के विगत चुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था और कई प्रत्याशियों ने चुनाव भी जीता था. लेकिन विगत विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर हार का सामना करने के बाद पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख एक बार फिर कांग्रेस में वापिस चले गये. इसके साथ ही उनके समर्थक, पार्षदों व पदाधिकारियों का भी कांग्रेस में लौटना लगभग तय हो गया था. हालांकि उस समय दल-बदल कानून से बचने हेतु डॉ. देशमुख समर्थक किसी भी कार्यक्रम में अधिकारिक तौर पर तो पाला नहीं बदला था, परंतु अपनी भूमिका जरूर बदल दी थी. वहीं अब मनपा के पिछले सदन का कार्यकाल खत्म हो चुका है. ऐसे में अब कोई भी किसी भी दल में आने-जाने के लिए स्वतंत्र है. इस बात के मद्देनजर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के दौरे का औचित्य साधते हुए डॉ. देशमुख समर्थक रहनेवाले 10 पूर्व पार्षदों ने एक बार फिर कांग्रेस में लौटते हुए एक तरह से अधिकारिक तौर पर घर वापसी कर ली है. इन पूर्व पार्षदों में पूर्व महापौर मिलींद चिमोटे, पूर्व स्थायी सभापति बालू भूयार तथा पूर्व पार्षद गोपाल धर्माले, धीरज हिवसे, विजय वानखडे, सुचिता बिरे, रिता पडोले, स्वाती जावरे व प्रमिला जाधव का समावेश रहा. इसके अलावा सांसद असदउद्दीन ओवेसी के नेतृत्ववाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादूल मुस्लिमीन (एमआईएम) के भी दो पूर्व पार्षदों अकील पहलवान व साबीर भाई ने एमआईएम छोडकर अधिकारिक रूप से कांग्रेस में प्रवेश कर लिया है.
मनपा के आगामी चुनाव को देखते हुए शहर के 12 पूर्व पार्षदों के कांग्रेस में चले आने से अमरावती शहर में कांग्रेस की स्थिति काफी हद तक मजबूत हुई है, ऐसा माना जा रहा है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि, इस हेतु पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, पूर्व महापौर विलास इंगोले व कांग्र्रेस शहराध्यक्ष बबलु शेखावत द्वारा किये गये प्रयास बेहद सफल रहे है.

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