अमरावती/दि.18- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के अंतर्गत ग्रामपंचायत स्तरावर विविध ग्रामविकास के काम किए जाते है. ग्रामपंचायत मनरेगा योजना का केंद्रबिंदू रहने से विविध सामाजिक संस्थाओं ने सामाजिक दायित्व को समझते हुए मनरेगा योजना के अमल में स्वयंस्फूर्ति से एकजुट होकर किसानों व जरूरतमंदों को समृद्ध करने का प्रयास करने का आह्वान रोगायो विभाग के अपर मुख्य सचित नंदकुमार ने किया है.
मनरेगा व भारत रुरल लाईव्हलीहूड फाउंडेशन (बीआरएलएफ) के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय चर्चासत्र व कार्यशाला का आयोजन डॉ.पंजाबराव देशमुख विदर्भ प्रशासकीय व विकास प्रशिक्षण प्रबोधिनी में किया गया. इस कार्यशाला का शुभारंभ नंदकुमार के हाथों हुआ. इस अवसर पर मनरेगा आयुक्त शान्तनु गोयल, उपसचिव (रोगायो) संजना खोपडे, राज्य प्रशिक्षण समन्वयक निलेश काले, भारत रूरल लाईव्हलीहूड फाउंडेश के कार्यक्रम अधिकारी तथा तकनीकी सलाहकार सुमित रॉय समेत कार्यान्वयन यंत्रणा के अधिकारी उपस्थित थे. नंदकुमार ने कहा कि, महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामपंचायत स्तर पर व्यक्तिगत लाभ व सार्वजनिक स्वरुप के विविध काम पूर्ण किए जाते है. ग्रामपंचायत स्तरा पर कार्यों का दशवार्षिक नियोजन किया जा रहा है. इस योजना के माध्यम से ग्रामीण, किसान, खेतिहर मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा, महिला और दुर्बल समूह का सक्षमीकरण और पंचायत राज संस्था को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से योजना का अमल किया जा रहा है. परिवारों को सुविधासंपन्न और गांव का सर्वांगीण विकास करने के लक्ष्यपूर्ति को सहयोग करने का आह्वान नंदकुमार ने किया.