विमला चोरडीया का पीडीएमसी मेडिकल कॉलेज को मरणो उपरांत देहदान
चांदुर रेल्वे/दि. 28- चांदूर रेल्वे निवासी रिखबचंद झाबरमल जैन (चोरड़िया) की धर्मपत्नी श्रीमती विमला जैन (चोरडीया) का 27 दिसंबर शाम आकस्मिक निधन हो गया. चोरड़िया परीवार की विमला देवी ने 2017 में ही अपने मरणो उपरांत शरीर को मेडीकल कॉलेज में देहदान का संकल्प लिया था. उनकी मृत्यु के बाद उनके पती रिखबचंद और पुत्र, राकेश, पुत्री, पौत्र, पोती तथा रिस्तेदारो की उपस्थित में देहदान संकल्प पूर्ण करने का मानस कर अमरावती पीडीएमसी मेडिकल कॉलेज की शरीर रचना विभाग प्रमुख डॉ. रूपाली विधले, डॉ.गिताजली, डॉ. कालबाडे, डॉ.बिजवे, डॉ.बेले से संपर्क कर मृत शरीर दान देने की सुचना दी जिसके चलते 28 डिसेंबर शनिवाररिस्तेदार तथा प्रेमी जनों के अंतिम दर्शन कर चोरड़िया परिवार सहजनो की उपस्थिती में स्वर्गीय विमला जैन का अंतिम इच्छा को पूरा किया गया.
देह दान महादान. इस संसार में मनुष्य शरीर छोड़ सभी मृत देह यह कोई न कोई जीव के काम आता. पर मनुष्य शरीर मृत्यु पश्चात कोई काम नहीं आता, इसलिए यह शरीर मानवता के कल्याण के कार्य में उपयोगी हो. इस गहन सोच-विचार से अपने जीवनकाल में ही निर्मला जैन ने यह निर्णय लिया था. जो आज मरणोपरांत देहदान कर भावविभोर होकर मेडीकल कॉलेज को सौंप दिया गया.
हरिणा फाउंडेशन, उपस्थित जनसमुदाय ने दी श्रद्धांजलि
चांदूर रेलवे निवासी स्वर्गीय विमलाबाई जैन का दुःखद निधन होने के पश्चात जैन परिवार द्वारा स्वर्गीय विमलाबाई द्वारा किये गएनेत्रदान और देहदान सकल्पनुसार जैन परिवार द्वारा हरिणा फाउंडेशन से संपर्क किया. उम्र की मर्यादा की वजह से नेत्रदान तो संभव नहीं हो सका परंतु देहदान की पावन सामाजिक प्रकिया कल रविवार सुबह 10.30 बजे पूर्ण होगी. हरिणा फाउंडेशन सभी जिला वासियो की और से स्वर्गीय विमलाबाई इन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. साथ ही दुःख के इस घड़ी में भी अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाहन किया इस हेतु जैन परिवार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर भावविभोर श्रध्दांजली अर्पन की.