अमरावतीविदर्भ

होम आयसोलेशन का उल्लंघन करने पर होगी कानूनी कार्रवाई

जिलाधीश शैलेश नवाल (Shailesh Nawal) ने दी चेतावनी

अमरावती इस समय सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार एसिम्टोमैटिक यानी लक्षण विरहित व सौम्य लक्षणवाले मरीजों को होम आयसोलेशन के तहत उनके घरों पर ही रखा जा रहा है. साथ ही ऐसे मरीजों के परिजनों को होम कोरोंटाईन के तहत रखते हुए घर पर ही रहने का निर्देश दिया जा रहा है. लेकिन पाया गया है कि, होम आयसोलेट व होम कोरोंटाईन किये गये कई लोग आयसोलेशन अवधि समाप्त होने से पहले ही शहर में इधर-उधर घुम रहे है. ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कडी कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इस आशय की चेतावनी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा जारी की गई है.

इस संदर्भ में जिलाधीश नवाल ने कहा कि, यदि कोई व्यक्ति होम आयसोलेशन संबंधी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है तो वह अपने साथ ही अन्य लोगों के लिए खतरा पैदा कर रहा है. इसे लेकर प्रशासन बेहद गंभीर है और यदि होम आयसोलेट या होम कोरोंटाईन किया गया कोई भी व्यक्ति इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिये गये दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो प्रशासन द्वारा उसके खिलाफ कडी कानूनी व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.

सारी व निमोनिया की बीमारी भी पसार रही पांव

जिलाधीश नवाल ने बताया कि, इस समय जहां एक ओर कोरोना संक्रमितों की लगातार बढती संख्या अपने आप में बेहद चिंता का विषय है. वहीं दूसरी ओर शहर सहित जिले में अब सारी व निमोनिया जैसी बीमारियों से संक्रमित मरीज भी बडी संख्या में सामने आ रहे है. इस समय जिले में रोजाना ३५ से ४० सारी संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. साथ ही बडे पैमाने पर निमोनिया का लक्षण रहनेवाले मरीज भी सामने आ रहे है. इन दोनों बीमारियों से संक्रमित मरीजों के कोरोना संक्रमित होने का काफी अधिक खतरा होता है. ऐसे में प्रशासन की चिंताएं बढना बेहद लाजमी है.

लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी

जिलाधीश नवाल ने बताया कि, इस समय शहर सहित जिले में लॉकडाउन को लगभग पूरी तरह से शिथिल कर दिया गया है और कुछ बातों को छोडकर लगभग सभी विभाग पूर्ववत हो गये है. लेकिन अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है. अत: लोगों को अब और अधिक सतर्क व सचेत रहना जरूरी है. लोगों ने मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग करने के साथ ही सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पूरी कडाई के साथ पालन करना चाहिए. इसके लिए प्रशासन द्वारा जनजागृति का कार्य युध्दस्तर पर किया जा रहा है. साथ ही सभी को इस बीमारी के खतरे के संदर्भ में आगाह किया जा रहा है. वहीं नागरिकों की भी जिम्मेदारी बनती है कि, वे प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करे.

Related Articles

Back to top button