मनपा में तबादला नियमों का उल्लंघन, किसका अदृश्य आशीर्वाद?
पिछले 10-12 सालों से एक ही स्थान पर कर्मचारी बैठे है ठिया जमाकर

अमरावती /दि.31– महाराष्ट्र नगर निगम अधिनियम, 1949 के अनुसार, अमरावती मनपा के कर्मचारियों को तीन साल की सेवा के बाद अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाना अपेक्षित है. हालांकि कुछ कर्मचारी पिछले 10 से 12 वर्षों से मुख्यालय और झोन कार्यालय में एक ही स्थान पर जमे हुए हैं. अगर इन कर्मचारियों की ट्रांसफर फाइल बाहर निकाली गई. तो उनके लिए अदृश्य आशीर्वाद सामने आ जाता है. इस कारण जिनके सिर पर किसी राजनेता का हाथ नहीं है, ऐसे कर्मचारियों का हर तीन साल बाद तबादला कर दिया जाता है.
मनपा मुख्यालय हो या 1 से 5 नंबर वाले कार्यालय, यहां चंद कर्मचारियों का एकाधिकार है. निर्माण विभाग में टेंडर क्लर्क के रूप में काम करने वाले केवल कुछ ही लोग हैं. निर्माण विभाग इस तरह से काम कर रहा है जैसे दूसरे क्लर्क को टेंडर प्रक्रिया समझ में ही नहीं आती हो. ऐसा ही निर्माण विभाग का कामकाज शुरु है. कुछ प्रभाग में तो नियुक्ति हुई तब से कर वसूली लिपिक ही उस वार्ड का सबकुछ देख रहा है. प्रशासकीय कामकाज को सुगम बनाने के लिए कुछ वरिष्ठ लिपिकों को सहायक क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है. हालांकि, इस क्लर्क ने प्रभारी शब्द हटाकर सहायक क्षेत्रीय अधिकारी के पद की नेमप्लेट मेज पर रख दी है. इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि मनपा प्रशासन में वास्तव में क्या चल रहा है. मांग है कि मनपा के वरिष्ठ अधिकारी 10 से 12 साल से एक ही पद पर जमे कर्मचारियों का नियमानुसार तबादला करें.
* ’एडीटीपी’त बदली, क्या नियम लागू नहीं होते?
मनपा सहायक संचालक नगर रचना विभाग ने भी कुछ इंजीनियर और क्लर्क भी कई वर्षों से काम कर रहे हैं. इसलिए क्या महाराष्ट्र मनपा अधिनियम 1949 के अनुसार कर्मचारी तबादला नियम ’एडीटीपी’ विभाग में लागू नहीं हैं? ऐसा प्रश्न उठाया जा रहा है. ‘एडीटीपी में यह क्या है? ऐसी भावना बढ़ती जा रही है कि कर्मचारी अपनी नौकरी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं.
* ये है एक ही विभाग में काम करने वाले कर्मचारी
अजय, आशीष, कुणाल, बिट्टू (लेखा विभाग), अर्चना, ज्योति (सामान्य प्रशासन), आकाश (प्रकाश विभाग), नरेंद्र (जोन नं. 3), गजेंद्र (जोन नं. 2), सिमरन (जोन नं. 4). इसके अलावा स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, महिला एवं बाल कल्याण के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालयों में भी कई कर वसूली लिपिक कई वर्षों से एक ही विभाग में काम कर रहे हैं. कई प्रभारी पद रिक्त हैं और इन पदों पर वरिष्ठ कर्मचारियों को रखा जा रहा है.