जिले में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ा
मौसम में परिवर्तन का असर, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से रहे दूर
अमरावती/दि.28-कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रान के साथ ही बढ़ती कड़ाके की ठंड से शहर व जिले में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ गया है. सर्दी, खांसी, गला बैठना, ठंड लगकर बुखार जैसे लक्षण इस वायरल फीवर के मरीजों में है. निजी सहित सरकारी अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा है. प्रत्येक घर में सर्दी-खांसी, बुखार के मरीज देखे जा रहे हैं.
आमतौर पर दिसंबर माह में ठंड के मौसम के कारण लोगों को सर्दी जुकाम होता है. अचानक बढ़ी ठंड ने वायरल संक्रमण का प्रमाण तेजी से बढ़ा है. जिसके चलते अधिकाधिक लोग वायरल का शिकार हो रहे हैं. इस वायरल का सबसे अधिक असर छोटे बच्चों में हो रहा है. इसीलिए निजी अस्पतालों के साथ ही सरकारी अस्पताल, ग्रामीण व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में वायरल के मरीजों की कतारें लगी हुई दिखाई दे रही है.
ठंड के कारण वायरल इन्फेक्शन का प्रमाण बढ़ा है. सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द जैसी शिकायत के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. बच्चों में यह प्रमाण अधिक है. यह वायरल फैमिली में एक सदस्य से सभी में फैल रहा है. इसीलिए वायरल से बचने के लिए बीमार मरीजज से सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें. खांसते व छींकते समय रुमाल का इस्तेमाल करें वायरल होने पर डॉक्टर की सलाह ले.
-डॉ. संदीप दानखडे, बालरोग तज्ञ
दिन में तापमान व रात में ठंड के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. मौसम में परिवर्तन के कारण एलर्जी होने की संभावना ज्यादा रहती है. आज की स्थिति में सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ी है. सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लक्षण देखकर उपचार किया जा रहा है. कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर उनकी टेस्ट की जा रही है. लेकिन वायरल इन्फेक्शन में अधिकांश मरीज कोरोना संक्रमित पाये जा रहे हैं.
– डॉ. दिलीप रणमले, डीएचओ
मौसम में परिवर्तन के कारण दिसंबर व जनवरी माह से वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ी है. सर्दी-जुकाम, गला दर्द, खांसी, बुखार व शरीर दर्द जेसे वायरल इन्फेक्शन वाले मरीज अस्पताल में उपचार लेने आ रहे हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर अस्पताल में अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है. डॉक्टरों द्वारा उपचार किया जा रहा है.
– डॉ. शामसुंदर निकम, सीएस