अमरावती/दि.13 – विगत कुछ दिनों से मौसम में लगातार होने वाले बदलाव के चलते छोटे बच्चों में वायरल फिवर होने का खतरा बढ गया है और सर्दी-खासी व बुखार जैसी बीमारियों से बच्चे बडे पैमाने पर प्रभावित हो रहे है. जिसकी वजह से सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ गई है. अत: अभिभावकों द्बारा सतर्क रहते हुए बच्चों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान दिया जाना बेहद जरुरी है.
इन बीमारियों का प्रमाण बढा
– विषाणुजन्य बुखार
मौसम में लगातार होने वाले बदलाव की वजह से सर्दी-खांसी व बुखार जैसी विषाणुजन्य बीमारियां बच्चों में बढती दिखाई दे रही है.
– निमोनिया
इस समय छोटे बच्चों में निमोनिया का प्रमाण भी काफी अधिक बढा हुआ दिखाई दे रहा है. ऐसे में अभिभावकों द्बारा बच्चों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना बेहद आवश्यक है.
– डायरिया व टाइफाइड
दूषित पानी की वजह से डायरिया, टाइफाइड व पिलिया जैसी बीमारियां भी कई बच्चों को अपनी चपेट में ले रही है. अत: पीने के पानी को साफ सुथरा रखने की ओर पूरा ध्यान दिए जाने की जरुरत है.
– रक्तक्षय
कई बच्चों में सिकलसेल व थैलेसिमियां जैसी आनुआंशिक बीमारियों के साथ ही रक्तक्षय की बीमारी का भी प्रमाण पाया जाता है. जिनकी नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के साथ ही सतत चिकित्सा जरुरी होती है.
सावधानी बरतना जरुरी
बच्चों पर समय-समय पर टीकाकरण कराए जाने के चलते संक्रामक बीमारियों को टालना संभव होता है. पीने के पानी को प्रयोग में लाने से पहले उसे उबालकर ठंडा करना चाहिए. साथ ही बाहर के खाद्य पदार्थों का सेवन करना टालना चाहिए. इसके अलावा स्कूल जाने वाले बच्चों ने किसी बीमारी की चपेट में रहने वाले बच्चों के संपर्क में नहीं आना चाहिए.