अमरावती

अयोध्या सहित नाना काशी, भगवान विश्वनाथ और शिवलिंग के दर्शन करे

पूर्व मंत्री डॉ. बोंडे की कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटोले को सलाह

अमरावती/ दि. २३– कांग्रेस के प्रदेशाध्या नाना पटोले ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या की जन्मभूमि प्रभु श्रीरामचंद्र के दर्शन हेतु जाने की घोषणा की है. जिस पर भाजना नेता व पूर्व मंत्री अनिल बोंडे ने नाना पटोले पर ट्वीट कर निशाना साधा है. उन्होंने काशी के साथ भगवान विश्वनाथ और ज्ञानव्यापी मस्जिद में पाए गये शिवलिंग के दर्शन लेने की सलाह दी है.
राहुल प्रियंका के पहले बाजी मारी भाजपा नेता डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले देरी से ही क्यों नहीं, लेकिन कार्यकर्ताओं के साथ प्रभु श्रीरामचंद्र के दर्शन के लिए जा रहे है. देर से ही सही,लेकिन उन्हें अकल आयी है. अभी तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यह नहीं सूझा. उनके पहले नाना ने यह कदम उठाकर संस्कृति का परिचय दिया है. नाना पहले भाजपा में थे. शायद यह उसी का असर है. अयोध्या जा रहे है तो काशी विश्वनाथ दर्शन लेना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरिडोर खडा किया है.प्रभु श्रीरामचंद्र की जन्मभूमि के साथ मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन लेने चाहिए. बोंडे ने कहा कि साथ ही ज्ञानव्यापी मस्जिद में दिखाई दिए. शिवलिंग का दर्शन लेना चाहिए. श्रीराम, श्रीकृष्ण, भोलेनाथ, विश्वनाथ शिव शंकर यह भारतीयों की आत्मा है. इन तीनों जगहों पर मुस्लिम आक्रमणों ने आक्रमण पर मंदिर तोड दिए और मस्जिद निर्माण की संपूर्ण भारतीयों का अपमान किया है.

* तो कांग्रेस नहीं रोक पाएगी जनता की मांग
कारसेवकों ने प्रभु श्रीरामचंद्र की अयोध्या को मुक्त किया, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से श्रीराम मंदिर तैयार किया जा रहा है.इसलिए श्रीराम चंद्र का विरोध करनेवाले कपिल सिब्बल की पार्टी के नाना पटोले अयोध्या जा रहे है. काशी विश्वनाथ में आस्था के मंदिर निर्माण का कार्य होना चाहिए. इसीलिए कपिल सिब्बल की पार्टी कांग्रेस के नाना काशी विश्वनाथ और ज्ञानव्यापी मस्जिद में जाकर मत्था टेकना चाहिए. ज्ञानव्यापी मस्जिद को देखकर काशी विश्वनाथ मंदिर की मांग करे. मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि में मस्जिद से मुक्त करने की मांग नाना पटोले ने करनी चाहिए. यदि ऐसा नाना पटोले नहीं करेंगे तो भारत के करोडो लोग यह मांग करेंगे और कांग्रेस उसे रोक नहीं पायेगी. ऐसी सलाह भी अनिल बोंडे ने दी.

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