अमरावती

चिखलदरा के देवी पॉइंट पर दूर से ही दर्शन

मध्यप्रदेश से भी आये श्रध्दालु, चुनिंदा कावडों की हुई आमद

  • फिजीकल डिस्टंसिंग का किया गया कडाई से पालन

अमरावती/दि.२७ – विदर्भ का नंदनवन कहे जाते चिखलदरा पर्यटन स्थल के देवी पॉर्इंट पर नवरात्रौत्सव निमित्त मेलघाट व मध्यप्रदेश के भाविक श्रध्दालुओं ने देवी दर्शन के लिए हाजरी लगायी, लेकिन उन्हें दूर से ही देवी दर्शन करते हुए संतोष मानना पडा. यहां पर इस बार कुछ चुनिंदा कावडों की ही आमद हुई और फिजीकल डिस्टंसिंग के नियमों का बेहद कडाई के साथ पालन किया गया.
बता दें कि, चिखलदरा स्थित देवी पॉर्इंट अपने आप में एक बेहद प्रसिध्द धार्मिक स्थल है और यहां पर स्थित महाभारत कालीन गुफा में विराजमान देवी के भक्त हर ओर है. विदर्भ सहित पडोसी मध्यप्रदेश राज्य के विभिन्न शहरों में रहनेवाले भाविक श्रध्दालु चैत्र एवं शारदीय नवरा त्र में यहां पर हाजरी लगाते है. इसके अलावा यह स्थल मेलघाट परिसर में रहनेवाले आदिवासियों का भी श्रध्दास्थान है. यहां विराजमान देवी को जनादेवी, दुर्गादेवी, अंबामाता व श्री देवी ऐसे विभिन्न नामों से पुकारा जाता है. प्रति वर्ष की परंपरा के अनुरूप इस बार मेलघाट क्षेत्र के साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों में रहनेवाले भाविक श्रध्दालुओं ने देवी पॉर्इंट पहुंचकर यहां विराजमान देवी के दर्शन लिये. हालांकि इस बार उन्हें कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों की वजह के चलते दूर से ही देवी दर्शन करना पडा.

चंद्रभागा नदी का उगम स्थल

बता दें कि, इस मंदिर के पास ही पवित्र चंद्रभागा नदी का उगमस्थल है. ऐसे में इस स्थान का धार्मिक महत्व और भी अधिक बढ जाता है. देवी पॉर्इंट स्थित मंदिर में विगत अनेक वर्षों से चैत्र माह में मन्नत की यात्रा का आयोजन होता है. इस समय यद्यपि बलि प्रथा पर कानूनी तौर पर प्रतिबंध है, लेकिन बावजूद इसके मंदिर परिसर के पठार क्षेत्र में आदिवासी समाज बांधवों द्वारा बकरों व मूर्गियों की बलि देकर अपनी मन्नत पूरी की जाती है.

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