अमरावतीमहाराष्ट्र

विटामिन बी-12 की जांच जरुरी

अमरावती/दि.29 – विटामिन बी-12 को शास्त्रीय भाषा में कोबालामिन भी कहा जाता है. शाकाहारी आहार के जरिए विटामिन बी-12 की कमी पूरी नहीं होती. जिसके चलते कई लोगों में इस विटामिन बी-12 की कमी रहती है और उनमें कई तरह की समस्याएं पैदा होती है. जबकि शरीर के लिए विटामिन बी-12 बेहद जरुरी होती है. अत: शरीर में विटामिन बी-12 की कमी न रहे, इस हेतु वैद्यकीय सलाह लेना बेहद आवश्यक होता है.

* क्या है विटामिन बी-12?
विटामिन बी-12 यह विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का एक हिस्सा है, जो 8 आवश्यक विटामिनों का एक समूह है. शरीर के विभिन्न कामों में विटामिन बी-12 बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह विटामिन प्राकृतिक रुप से खाद्य पदार्थों में उपलब्ध होता है. साथ ही इसे सप्लीमेंट के तौर पर लिया जा सकता है.

* क्यों जरुरी है विटामिन बी-12?
लाल रक्त पेशियों की निर्मिति में विटामिन बी-12 बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह लाल पेशियां शरीर में ऑक्सीजन को प्रत्येक अंग तक पहुंचाने का काम करती है और लाल रक्त पेशियों की कमी को इनिमिया कहा जाता है. तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य हेतु लाल रक्तपेशियों की आवश्यकता होती है, जो मायलिन घटक की निर्मिति में भी सहायता करती है.

* रोजाना कितने प्रमाण में विटामिन बी-12 की जरुरत?
14 वर्ष व उससे अधिक आयु रहने वाले व्यक्ति के लिए रोजाना 2.4 मायक्रोग्राम विटामिन बी-12 की आवश्यकता होती है. साथ ही गर्भवती महिलाओं को रोजाना 2.6 व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रोजाना 2.8 मायक्रोग्राम विटामिन बी-12 की जरुरत रहती है.

* विटामिन बी-12 के फायदे
थकान व कमजोरी को कम करने में मदद, अधिक उर्जा की निर्मिति, अमिनो एसिड रहने वाले होमोसिस्टिन लेवल को करने में मदद, चिंता के लक्षण घटाने में मदद, विटामिन बी-12 की कमी के चलते थकान, कमजोरी, सांस लेने में दिक्कत चक्कर व याददाश्त कम होना जैसी समस्याएं पैदा होती है.

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