‘अबकी बार मुस्लिम आमदार’ के लिए मुस्लिम पश्चिम परिसर में आवाज बुलंद
विविध राजनीतिक दलों एवं संगठनों के पदाधिकारियों का एक मंच से निर्णय
* ‘भीख नहीं हक चाहिए इस बार कांग्रेस पार्टी से मुस्लिम उम्मीदवार चाहिए’ का नारा जोरशोर से
अमरावती/दि. 13 – लोकसभा चुनाव के बाद से ही मुस्लिम बहुल क्षेत्र में इस बार विधायक पद पर अपने समाज के उम्मीदवार की डिमांड हो रही थी. अब चुनाव तारीखों का ऐलान का समय नजदीक आने से यह डिमांड और मुखर हो रही है. खबर है कि, सोमवार शाम बाकायदा अनेक दलों के पदाधिकारियों ने एक मंच पर आकर इस बार मुस्लिम आमदार का नारा बुलंद किया है. बता दे कि, कांग्रेस से दो मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने टिकट के लिए गुहार लगाकर नामांकन की औपचारिकता दो रोज पहले ही पूर्ण की. उसके लिए आवश्यक पार्टी फंड भी जमा कराया है. अब बुधवार की कांग्रेस की बैठक से पहले ही मुस्लिम क्षेत्र के नेताओं और पदाधिकारियों द्वारा एक स्वर में टिकट की मांग किए जाने के मुद्दे को कांग्रेस किस प्रकार टैकल करती है, यह देखनेवाली बात होगी. कल 14 अगस्त को कांग्रेस का दो जिलो का विधानसभा चुनाव सम्मेलन सुबह 10 बजे से कांग्रेस भवन में प्रदेशाध्यक्ष और महाराष्ट्र प्रभारी की उपस्थिति में होने जा रहा है.
* सभी दलों, संगठनों के लोग आए
विधानसभा चुनाव के हेतु मुस्लिम बहुल पश्चिम परिसर में ‘अबकी बार मुस्लिम आमदार’ को लेकर आवाज बुलंद होती नजर आ रही है. इसी तर्ज पर हाल ही में सोमवार को लालखड़ी स्थित अफान हाल में रात 8 बजे बैठक का न केवल आयोजन किया गया बल्कि लगभग एक स्वर में विविध दलों के पदाधिकारियों और सामाजिक संगठनों ने उपरोक्त नारे पर सहमति दर्शायी. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों एवं विविध सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं बिल्डर लॉबी की मौजूदगी में चर्चा की गई.
* चर्चासत्र में इनका था शुमार
इस चर्चा सत्र का आयोजन इकबाल साहिल उर्फ शायर, अब्दुल रहमान, वसीम राज, अहमद शेख ने की वहीं बैठक की अध्यक्षता महाराष्ट्र मुस्लिम लीग के पूर्व अध्यक्ष सैयद अफसर अली ने की. इस चर्चा सत्र में समाजवादी पार्टी के शहर अध्यक्ष इमरान खान, रहमान भाई, हाजी इरफान सेठ नेशनल बिल्डर्स, इमरान अशरफी, शिवसेना मुस्लिम ब्रिगेड के याया खान पठान, मेराज पठान, एडवोकेट शोएब खान, मानव अधिकार खिदमत खल के जिला अध्यक्ष शेख युसूफ भाई, डॉ. मतीन अहमद, इंकलाब संगठन के मकसूद भाई, आबिद हुसैन, जुबेर भाई उम्मत हेल्पलाइन, हाजी हारून साहब, दिलबर शाह, हाजी शब्बीर साहब, मौलवी रहमत नदवी, हाजी हारून भाई, हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के शेख जाकिर भाई, मीम आर्मी के आहद भाई, नौशाद सेठ, जुबेर हुसैन, राजवीर संघटना के संस्थापक अध्यक्ष तथा पत्रकार रहमत खान उर्फ रम्मू की प्रमुख उपस्थिति में अबकी बार मुस्लिम आमदार पर चर्चा की गई.
* प्रत्येक ने बुलंद किया मुस्लिम आमदार का नारा
जिसमें विविध मान्यवारों ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए एक नारा बुलंद करते हुए यही कहा कि बहुत हुआ कांग्रेस पार्टी को हर बार मुस्लिम समाज में कांग्रेस की इज्जत बचाने के लिए लगातार वोट देकर कांग्रेस को मजबूत बनाया है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी मुस्लिम समाज ने की कांग्रेस की नैया पार कराई है. परंतु कांग्रेस में महाराष्ट्र के 48 लोकसभा चुनाव क्षेत्र से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को लोकसभा में उम्मीदवारी नहीं थी.
* राज्यसभा में भी मौका नहीं
इसके अलावा और राज्यसभा में भी किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को उम्मीदवारी नहीं दी गई है, ऐसा कर मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को कांग्रेस में सदन से बाहर रखा परंतु इस बार ऐसा नहीं होगा अमरावती विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी अबकी बार मुस्लिम उम्मीदवार को भी टिकट दे और कांग्रेस या जिम्मेदारी भी निभाई के मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देने के बाद दूसरे समाज के वोट भी मुस्लिम उम्मीदवार को दिलवाने का वचन दें. यदि कांग्रेस पार्टी ऐसा नहीं करती है और मुस्लिम उम्मीदवार को आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी नहीं देती है तो कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
* सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी
अमरावती जिले के आठ विधानसभा चुनाव क्षेत्र से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जाएंगे इसका सीधा असर कांग्रेस के उम्मीदवार को हार का सामना करने के लिए तैयार रहना पड़ेगा कारण कि, अमरावती लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को जितवाने के लिए अमरावती विधानसभा एवं जिला भर से मुस्लिम समाज में गट्टा वोट दिए हैं. इसके बावजूद कांग्रेस मुस्लिम समाज को किसी भी तरह का महत्व नहीं दे रहा है. बताया जाता है कि, मुस्लिम बहुत पश्चिम परिसर से विविध राजनीतिक पार्टियों एवं विविध सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं विविध क्षेत्रों में अपनी सामाजिक कार्य से जुड़े नागरिक आगामी दिनों में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ शिष्ट मंडल से मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देने की मांग भी करने की चर्चा जोर पकड़ रही है.
* अपना उम्मीदवार लाएंगे चुनकर
इसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा में मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव की टिकट नहीं देती है तो मुस्लिम समाज किसी भी सूरत में किसी एक मुस्लिम युवक को जो सामाजिक क्षेत्र में एवं गरीबों जनता विविध समस्याओं के प्रति लगातार प्रयत्न करता हो ऐसे मुस्लिम युवक को आगामी विधानसभा चुनाव में खड़ा कर चुनाव जितवाकर लेगी और कांग्रेस के उम्मीदवार को पराजित करवाई इस तरह का निर्णय भी इस बैठक में दिया गया है. इस बैठक में विविध राजनीतिक पार्टियों एवं विविध सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भारी संख्या में उपस्थित थे.